
आरोग्य भारती अवध प्रांत के सहयोग से आयोजित हुआ कार्यक्रम
बहराइच(राष्ट्र की परम्परा)पूर्व माध्यमिक विद्यालय काजीपुरा में आरोग्य भारती अवध प्रांत बहराइच के सहयोग से छात्रों को गर्मी के मौसम में लू से बचाव तथा जानवरों के काटने से होने वाले रेबीज से बचाव और रोक थाम के विषय में बच्चों और अध्यापकों को जानकारी दी गई। एसीएमओ डॉ संतोष राणा ने बताया तापमान बढ़ने के साथ ही जिले में मौसम का मिजाज पूरी तरह गरम है । सुबह निकलने वाली सूरज की किरणें दस बजे से ही आग उगलने लगती हैं । ऐसे में लू जोखिम जानलेवा हो सकता है। एसीएमओ ने बताया घर या कार्य स्थल पर सीधे सूर्य की रोशनी को रोकने के लिए यथा संभव पर्दा आदि का प्रबंध करना बेहतर तरीका हो सकता है। पालतू जानवरों को छायादार स्थान पर रखें और उन्हें खूब पानी पीने को दें | इस मौसम में प्यास न लगे तो भी कुछ समय अंतराल पर पानी पीते रहें। छांछ,ओआरएस का घोल,या घर बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी,नीबू पानी,आम का पना आदि का सेवन करें |
डिस्ट्रिक्ट एपिडेमियोलोजिस्ट डॉ निर्मेेष श्रीवास्तव ने बताया कि धूप में खाली पेट घर से बाहर न निकलें। अत्यधिक प्रोटीन युक्त भोजन व बासी भोजन का सेवन न करें। शराब,चाय,कॉफी,कार्बोहाइड्रेड , सॉफ्ट ड्रिंक आदि का अधिक सेवन न करें तथा बंद व अत्यधिक गर्मी वाले स्थान पर भोजन न पकाएं ।
लू के लक्षण –सिरदर्द,बुखार,गरम लाल सुखी त्वचा,घबराहट,चक्कर आना,सांस फूलना या दिल की धड़कन तेज होना,मतली या उल्टी,अत्यधिक पसीना आना,बेहोशी आना,नब्ज असामान्य होना,शरीर में ऐंठन होना,लू का प्राथमिक उपचार व्यक्ति को छायादार स्थान पर लिटाएँ l व्यक्ति के कपड़े ढीले कर दें,पेय पदार्थ पानी व कच्चे आम का पना पिलाएँ,तापमान घटाने के लिए ठंडे पानी की पट्टी रखें,तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएँ l
जानवर काटने पर लगवाएं एन्टी
रैबीज का टीका –
एसीएमओ डॉ राणा ने बताया कि कुत्ता,बंदर,बिल्ली या अन्य स्तनधारी जानवरों के काटने से रैबीज होने का खतरा रहता है । इससे बचने के लिए जानवर काटने वाले दिन ही एन्टी रैबीज का टीका लगवाना चाहिए। अभी तक यह टीके जिला मुख्यालय सहित ब्लॉक सीएचसी पर ही लगते थे। लेकिन अब इसकी सुविधा जनपद के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी की गयी है। यहां प्रतिदिन टीके उपलब्ध हैं ।
डॉ निर्मेष ने बताया जानवर काटने के तुरंत बाद घाव को साबुन और पानी से अच्छी तरह 15 मिनट तक धुलना चाहिए । इस दौरान यदि थोड़ा खून बह रहा है तो इसकी चिंता न करें । घाव धुलने के बाद उसी दिन एन्टी रैबीज का पहला टीका अवश्य लगवाएं । ऐसा करने से शत प्रतिशत रैबीज से बचा जा सकता है।
कार्यक्रम में पैथोलॉजिस्ट डॉ राहुल मोहन,तृप्ति श्रीवास्तव,विवेक कुमार पांडेय व प्रधानाचार्य श्रीमती प्रिया सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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