सफाई अभाव में ग्राम पंचायतों में लगे हैं कूड़े के ढ़ेर व बजबजा रही नालियों
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) 23 मई…ब्लॉक नवाबगंज सरकार ने गांवों को साफ सुथरा बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मियों की तैनाती की है। और उन्हें प्रतिमाह भारी भरकम वेतन भी दिया जा रहा है। लेकिन जिनके कंधों पर सफाई का बोझ है वे गांवो में न जाकर ये कर्मी अधिकारियों के घर व आफिस में चाकरी कर रहे हैं। ग्राम पंचायतों को स्वच्छ व साफ सुथरा रखने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकारें हर जतन कर रही हैं। इस पर करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं। लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र के ब्लाक नवाबगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग एन.एच. 927 पर बसे करीब पांच हजार की आबादी वाले बाबागंज कस्बे में स्वच्छ भारत मिशन की लौ तक नहीं फूटी। ज्ञात हो कि जबसे ग्रामीण क्षेत्र में सफाईकर्मी की तैनाती हुई है तब से बाबागंज कस्बे में एक भी सफाई कर्मचारी की नियुक्त ही नहीं हुई है। यही हाल भारत नेपाल सीमा से सटे सबसे बड़ी आबादी वाला ग्राम पंचायत केवलपुर रुपईडीहा का है। बताया जाता है कि यहां के ग्राम प्रधान हाजी अब्दुल कलीम द्वारा अनेकों बार ब्लॉक नवाबगंज कार्यालय में लिखित व मौखिक शिकायत किए जाने के बाद भी कोई सफाईकर्मी नहीं भेजा गया। संबंधित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों द्वारा सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए तहसील दिवस से लेकर डीएम तक गुहार लगा चुके हैं। फिर भी सफाई कर्मियों की नियुक्ति में संबंधित अधिकारी कोई रुचि नहीं ले रहे है।
बल्कि सफाईकर्मियों की नियुक्ति ऐसे ग्राम पंचायतों के नाम पर नियुक्ति दी गयी है। जिनका नाम मात्र अभिलेखों तक ही है। लेकिन उन गांवों का कोई अस्तित्व भी नही है। बिना चिराग के गावँ में नियुक्तियां जो अधिकारियों को सवाल के घेरे में खड़े करते हैं। सूत्र बताते हैं कि अधिकतर सफाई कर्मी जो ब्लाक मुख्यालय पर बाबुओं की कुर्सी संभाल रहे हैं। या अधिकारियों के घर का काम देख रहे हैं। आलम यह है कि गांव नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं। और नालियां बन्द पड़ी हैं। जिससे अगर थोड़ी सी बरसात होती है तो लोगों के घरों में गन्दा पानी भर जाता है। जिससे ग्रामीणों को रातों में ही गन्दे पानी व जलभराव को पानी की बाल्टी लेकर सड़कों पर उल्चते दिखाई पड़ते हैं। सार्वजनिक स्थलों पर जगह जगह कूड़े व कचरे के ढेर लगे हैं। बाबागंज कस्बे के अमित कुमार गुप्ता, धीरज कुमार गुप्ता, उमेश चन्द्र अग्रवाल, विनोद गुप्ता, डॉo रतन लाल अग्रवाल, अकील अहमद उर्फ नन्हे, राम कुमार शर्मा गुलाम जीलानी एखलाक अहमद जियाउद्दीन आदि लोगों ने बताया कि बाबागंज कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ की नालियां जबसे बनी है आज तक उसकी सफाई नही कराई गई है। खासबात यह भी है कि जिला परिषद बोर्ड बाजारों से कर तो वसूल करती है। लेकिन उस आय से बाजारों की सफाई तक कभी नही की जाती है। कई सरकारी भवनों में कूड़े के ढेर लगे हैं। गांव के अंदर की भी यही दुर्दशा है। सड़क के दोनों छोरों में कूड़ा नजर आता है। इसकी शिकायत भी कई बार संबंधित अधिकारियों से की गई परन्तु अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई। अब सवाल यह उठता है कि स्वछ भारत मिशन का इस तरह पलीता लगाने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही होगी अथवा नही यह तो समय बतायेगा।
संवादाता बहराइच…
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