July 8, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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महान क्रांतिकारी कैलाशपति मिश्र पहाड़ी की मनाई गई पुण्यतिथि

मोती बीए ट्रस्ट महान क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर जारी करेगा सम्मान पत्र

बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)l स्वतंत्रता सेनानी कैलाशपति मिश्र पहाड़ी की 32 वी पुण्यतिथि शनिवार को मनाई गई। कैलाशपति मिश्र पहाड़ी भुल्ली पिपरा के रहने वाले थे। उनके पिता का नाम स्वर्गीय लक्ष्मीनारायण मिश्र और माता का नाम लक्ष्मीना देवी था ।
कार्यक्रम में रमेश तिवारी अनजान ने उनके चित्र पर दीप प्रज्वलित कर व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम को प्रारम्भ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामानुज तिवारी रहे।

सम्मानित अतिथियों में कवि रामेश्वर प्रसाद यादव, रमेश तिवारी अनजान, कवि संकर्षण मिश्र, ऋषि कुमार राम जिला पंचायत सदस्य थे । इस अवसर पर कविता पाठ करते हुए रामेश्वर यादव ने कविता पढ़ी कि – “माटी महान पहाड़ी बाबा के, हम स्नेह से शीश झुकावत बानी “

रमेश तिवारी अनजान ने भी उनके सम्मान में कविता पढ़ी “फिर ना मिल पाए कभी, क्या भरोसा जिंदगी का, कल कहां होंगे सभी” डॉ संकर्षण मिश्र ने उनके सम्मान में कविता पढ़ी और यह कहा कि उनके नाम के साथ पहाड़ी इस लिए जुड़ा हुआ है, क्योंकि कैलाशपति तो पहाड़ पर ही रहते थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामानुज तिवारी ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और सबको धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में कैलाशपति मिश्र पहाड़ी के शिष्य रहे भूतपूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्र के बड़े भाई आद्या प्रसाद मिश्र को सम्मानित किया गया । उनकी आंखें भर आई उन्होंने अपने साथ के संस्मरण को सुनाया। कार्यक्रम में कैलाशपति मिश्र पहाड़ी के पौत्र अमित कुमार मिश्र पहाड़ी ने उनकी संवेदना पर कविता पढ़ी, जिसमें इस बात का जिक्र था की मां हिमालय की पर्वतों में भी पहाड़ी को जाकर नहीं मिल पाई । इस कार्यक्रम में पूरा गांव उमड़ आया था।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से आशुतोष मिश्र, सुमित, हरि संगम तिवारी, देवेंद्र मिश्र, आद्या प्रसाद मिश्र, अशोक मिश्र, हौसला प्रसाद मिश्र, व्यास मुनि मिश्र, शिवम मिश्र, अशोक यादव, विपिन तिवारी, राजेश पाण्डेय, शिवम पाण्डेय, सत्य दुबे, अनु प्रेम द्विवेदी इत्यादि कई लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अंजनी उपाध्याय ने किया।