एसीएमओ डॉ एके चौधरी ने कैंट थाने में दर्ज कराएं दो मुकदमे
एसीएमओ अनिल सिंह ने गुलरिया थाने में दर्ज कराएं एक मुकदमे
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)गोरखपुर में चल रहे अवैध अस्पतालों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर, जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने गोरखपुर में अवैध तरीके से संचालित हो रहे हॉस्पिटलों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है हॉस्पिटल संचालकों ने त्राहिमाम त्राहिमाम मच गया है अगर स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन का सही तरीके से मदद किया तो जनपद में अवैध तरीके से चल रहे हॉस्पिटल की खैर नहीं उनको अपना अवैध हॉस्पिटल बंद ही करना पड़ेगा मरीजों के साथ बगैर डॉक्टर के चलाने वाले हॉस्पिटल संचालक की अब खैर नहीं होगी।
जनपद में अवैध तरीके से चल रहे अस्पतालों के संचालकों में अफरा तफरी मची हुई है सोमवार को शहर सर्किल के कैंट थाना पर 2 हॉस्पिटल व उत्तरी सर्किल के गुलरिया थाना पर एक हॉस्पिटल पर मुकदमा पंजीकृत किया गया में अब गुलरिया पुलिस व कैंट पुलिस दर्ज मुकदमों की विवेचना कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेगी एसीएमओ डॉ एके चौधरी के तहरीर के आधार पर कैंट पुलिस ने रूस्तमपुर स्थित डॉयमंड हॉस्टिपटल और उसी परिसर में चलने वाले दुलारी डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक के खिलाफ दर्ज कराया गया है।
डॉक्टर अनिल सिंह एमकेएस सेवा संस्थान, गुलरिया थाने पर मुकदमा दर्ज कराया।
अगर मामले को डीएम और एसएसपी स्वयं अपने अधिकारियों के पर्यवेक्षण में जांच नहीं कराते तो स्वास्थ्य विभाग का महकमा मुकदमा भी पंजीकृत नहीं करवाता और शहर में अवैध हॉस्पिटल चलते रहते सीएमओ के नाक के नीचे।
एसीएमओ डॉ अनिल कुमार सिंह की तहरीर पर गुलरिहा पुलिस ने धोखाधड़ी और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
इसके अलावा दूसरा केस कैंट इलाके के रूस्तमपुर स्थित डॉयमंड हॉस्टिपटल और उसी परिसर में चलने वाले दुलारी डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक के खिलाफ दर्ज कराया गया है। एसीएमओ डॉ एके चौधरी की तरहीर पर कैंट पुलिस ने इन दोनों अस्पतालों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की पड़ताल में जुट गई है।इस दौरान अस्पताल में 9 बेड का एक हॉस्पिटल ओटी के साथ संचालित मिला। जांच के दौरान हॉस्पिटल में रामस्वरूप निवासी महुआतार के पथरी का ऑपरेशन चल रहा था। जबकिख, महराजगंज श्यामदेउरवा की साजिया, सुहेता देवी के बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ था। वहीं, शीला सहित चार अन्य मरीज भर्ती मिले अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिला सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह एशियन डॉक्टर एके चौधरी ने संयुक्त जांच कर जिला अधिकारी को दी थी वहीं दूसरी तरफ क्षेत्राधिकारी कैंट योगेंद्र सिंह डायमंड हॉस्पिटल, दुलारी देवी डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी है। सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में जांच टीम ने डायमंड हॉस्पिटल दुलारी देवी डोमेस्टिक सेंटर को सील कर दिया था जिसकी संचालिका विजयलक्ष्मी के खिलाफ भारतीय चिकित्सा अधिनियम 15 (3 )के अधीन मुकदमा पंजीकृत किया गया।टीम ने जब अस्पताल की जांच की तो अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई भी अभिलेख नहीं दिखाया जा सका। न ही अस्पताल में कोई परमानेंट डॉक्टर मौजूद मिला था।
सोमवार को इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने रिसेप्शनिस्ट प्रदीप और हॉस्पिटल संचालक योगेश चतुर्वेदी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं समेत इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट 15 (3) में गुलरिया थाने में केस कराया है। इंस्पेक्टर गुलरिहा मनोज कुमार पांडेय ने बताया, केस दर्ज कर मामले जांच कर की जा रही है।
जांच में अवैध मिला था अस्पताल वहीं, एसीएमओ डॉ एके चौधरी ने कैंट पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है, 22 फरवरी को स्वास्थ्य विभाग की टीम सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह एसीएमओ डॉ एके चौधरी के साथ रूस्तमपुर स्थित डॉयमंड हॉस्टिपटल और उसी परिसर में चलने वाले दुलारी डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच की। जांच के दौरान अस्तपाल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं मिला। अस्पताल में कुछ मरीज भर्ती मिले, जिनका ऑपरेशन हुआ था। जिनको डिस्चार्ज करा कर अस्पताल को सील कर दिया गया था।हनुमान मौर्या की ओर से अस्पताल का कोई भी डॉक्यूमेंट्स नहीं दिखाया जा सका। जिसके बाद टीम ने मरीजों को डिस्चार्ज कर अस्पताल सील कर दिया। अब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संचालिका डॉ विजयलक्ष्मी श्रीवास्तव पर केस दर्ज कराया है।
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