गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)l राइट वे पब्लिकेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रीशेपिंग द फ्यूचर ऑफ फाइनेंस इन इंडिया: बिल्डिंग अ डेवलप्ड इकॉनमी” भारत के वित्तीय तंत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल टेक्नोलॉजी की भूमिका पर एक व्यापक एवं समकालीन शोध संकलन प्रस्तुत करती है।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग की डॉ. सुमन कन्नौजिया (असिस्टेंट प्रोफेसर) और अनुराग साहू (रिसर्च स्कॉलर) द्वारा संपादित यह पुस्तक देश के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों सिक्किम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार आदि से जुड़े शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के महत्वपूर्ण योगदानों को समाहित करती है।
इस शोध संग्रह में कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित वित्तीय नवाचार, डिजिटल भुगतान में साइबर धोखाधड़ी, नैतिक लेखांकन, फिनटेक विकास, डिजिटल मुद्रा, एचआर, एआई एकीकरण, हरित मानव संसाधन प्रबंधन, वित्तीय समावेशन, फिनबर्ट के माध्यम से भावना विश्लेषण, तथा डिजिटल बैंकिंग में ग्राहक व्यवहार जैसे उभरते विषयों को शामिल किया गया है। यह पुस्तक भारत की वित्तीय प्रणाली में तकनीक के बढ़ते प्रभाव, उससे जुड़ी चुनौतियों और नीतिगत पहलुओं को गहनता से समझाती है।
प्रत्येक अध्याय तकनीक के सहारे अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और समावेशी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए संभावित रास्तों, रणनीतियों और व्यावहारिक समाधान पर प्रकाश डालता है।
छात्रों, शोधकर्ताओं, नीति-निर्माताओं, वित्तीय विशेषज्ञों और उद्योग जगत के नेतृत्वकर्ताओं के लिए यह पुस्तक एक अत्यंत उपयोगी संदर्भ सामग्री है।
कुल मिलाकर, यह शोध-आधारित कृति इस बात की समझ विकसित करती है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता कैसे भारत की अर्थव्यवस्था को विकसित, नवाचार-संचालित और भविष्य उन्मुख दिशा में आगे बढ़ा सकती है।
एआई आधारित वित्तीय भविष्य पर पुस्तक का लोकार्पण
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