मऊ (राष्ट्र की परम्परा)
प्रदेश व्यापी दमन विरोधी दिवस के तहत भाकपा माले और इंकलाबी नौजवान सभा ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित चार सुत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा।
भाकपा-माले जिला सचिव बसंत कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लोकतंत्र की हर आवाज को कुचल देने पर आमादा है। वाराणसी के रोहनिया में जबरन औने-पौने मुआवजा के आधार पर, जमीन छीन लेने का विरोध कर रहे किसानों के गांव में घुसकर, महिलाओं बच्चों की बर्बर पिटाई की गई। सीतापुर जनपद के लोकप्रिय जिला पंचायत सदस्य एवं भाकपा माले के राज्य स्थाई समिति के सदस्य दलित लीडर कामरेड अर्जुनलाल को सिर्फ दलितों /कुचलो की आवाज उठाने के अपराध में हर गांव पुलिस द्वारा गुंडा एक्ट की कार्यवाही, प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित भाकपा माले कार्यालय को सभी वैध कागजात के बाद भी पुलिस द्वारा खाली कराने की नोटिस, जालौन के दलित नेता राम सिंह राजीव के खिलाफ फर्जी तरीके से प्राथमिकी करा देने सहित, जंतर मंतर पर धरनारत महिला पहलवानों को न्याय दिलाने की मांग जनता की आवाज बन गई है।
गरीबों, कमजोर की आवाज उठाने वाले जनप्रतिनिधियों वह सामाजिक आंदोलनों में शष्क्रिय कार्यकर्ताओं पर गुंडा एक्ट और जिला बदर की कार्यवाही उत्तर प्रदेश की पहचान बन गई है।लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई अब आम जनता की लड़ाई बन गई है।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से किसान महासभा के जिला संयोजक राम नवल, फतेह बहादुर यादव, कल्पनाथ, श्रमिक संगठन एक्टू के नेता विद्याधर कुशवाहा, शिवकुमार ,इसरार , महेंद्र राजभर, कल्पनाथ शकील बेलाली, अजमल बेलाली, करीम भाई रामबदन ,चंद्रशेखर चौहान ,दुर्ग विजय ,रामबली राजभर, फेकू राजभर ,मुन्ना राजभर, बलई राजभर ,पवन राजभर, हीरा राजभर आदि मौजूद रहे।
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