
1892 लाभार्थियों को 3752 उपकरण वितरित किया गया जिसकी कीमत 2.70 करोड़ है
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)।दिव्यांग लाभार्थियों के लिए उपकरण वितरण हेतु वृहद शिविर का आयोजन आज धनेवा–धनेई में किया गया।
लाभार्थियों को संबोधित केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि सहायक उपकरण वितरण हेतु दिसंबर माह में जब लाभार्थियों के चयन हेतु शिविर का आयोजन किया जा रहा था, तब अनेक लोगों को शंका थी कि वास्तव में इतनी बड़ी संख्या में लाभार्थियों को लाभ मिलेगा कि नहीं। क्योंकि पूर्व की सरकारों में आपका अनुभव ऐसा ही रहा है। लेकिन यह मोदी की गारंटी है, जिसमें लाभार्थियों को दो माह के भीतर आज सहायक उपकरणों का वितरण हो रहा है। इन उपकरणों से 1892 लाभार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने विभिन्न पौराणिक और ऐतिहासिक पात्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में दिव्यांगता को बाधा नही माना गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिव्यांगों को विशिष्ट गुणों से युक्त मानते हैं। इसीलिए उन्होंने विकलांग शब्द के स्थान पर दिव्यांग शब्द का प्रयोग किया।
उन्होंने दिव्यांगो के कल्याण हेतु प्रधानमंत्री के प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने दिव्यांगों के लिए परीक्षाओं में उत्तीर्ण अंक को 33% से घटकर 25% कर दिया था। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने दिव्यांगों के लिए लगातार कार्य किए। इसका उदाहरण है कि जहां 1992 से 2014 के मध्य दिव्यांगों हेतु केवल 56 कार्यक्रम आयोजित किए गए। जबकि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछले 09 वर्षों में 14000 शिविरों के माध्यम से 25 लाख से अधिक दिव्यांगों को लाभान्वित किया गया। मोदी सरकार ने दिव्यांगों के लिए स्वरोजगार बढ़ाने और कौशल विकास हेतु विशेष कार्ययोजना को शुरू किया गया। कक्षा 12 तक के पाठ्यक्रम में सुगमता को शामिल किया गया। सरकार ने सुगम पुस्तकालय देशभर में बनाएं। साथ ही 10 भाषाओं में सुगम भारत ऐप बनाया गया ताकि दिव्यांग बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। इसी प्रकार निरामय स्वास्थ्य बीमा योजना, दिव्यांग छात्रवृत्ति, राष्ट्रीय डाटा पोर्टल, नौकरी में 04% आरक्षण जैसे अनेक योजनाओं को लागू कर दिव्यांगों के सशक्तिकरण का प्रयास मोदी सरकार ने किया।
उन्होंने कहा कि ईश्वर कुछ लेता है तो उसके बदले बहुत कुछ देता है अनेक दिव्यांग व्यक्तियों की उपलब्धियां इसका उदाहरण है। सहायक उपकरण प्राप्त करने पर दिव्यांग लाभार्थियों को बधाई देते हुए कहा उम्मीद है कि यह उपकरण आपके जीवन को आसान बनाएंगे।
जिलाधिकारी अनुनय झा ने कहा कि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री के प्रयास से आज इस ऐतिहासिक शिविर का आयोजन जनपद में किया जा रहा है, जिसके माध्यम से 1892 लाभार्थियों को 3752 सहायक उपकरणों का वितरण किया, जिनकी कीमत लगभग 2.70 करोड़ है। उन्होंने कहा दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग और भारत सरकार की संस्था एलिम्को के सहयोग से यह उपकरण वितरण का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहा कि अधिक से अधिक जरूरतमंदों को इस शिविर का लाभ प्राप्त हो। फिर भी जो लोग छूट गए हैं। उनके लिए आगामी दिनों में लाभान्वित किया जाएगा।
मुख्य अतिथि द्वारा दीपक, आरती, बेचन प्रसाद, दीपांशु, सत्येंद्र, रिंकी, शिव वर्मा, रूबी, कौशल साहनी, नंदलाल, महेंद्र और ध्रुव नारायण को विभिन्न सहायक उपकरणों का वितरण किया गया और माला पहनाकर/पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरआत मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कस्तूरबा बालिका विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना कर अतिथियों का स्वागत किया।
धन्यवाद ज्ञापन जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी द्वारा किया गया।
उन्होंने बताया कि आज कुल 1060 लाभार्थियों को लगभग 2000 सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरित किए गए।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल, मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय, अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज कुमार वर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथि और बड़ी संख्या में लाभार्थी उपस्थित रहे।
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