Wednesday, December 24, 2025
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भारतीय किसान यूनियन टिकैट ने की भष्टाचार के खिलाफ महापंचायत

बदायूं(राष्ट्र की परम्परा)
सोमवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने तहसील परिसर बिल्सी में महापंचायत करके भ्रष्टाचारी कर्मचारियों, अधिकारियों को ललकारा और 14 मार्च दिल्ली चलो का आवाह्न किया। तहसील परिसर में सैकड़ो की संख्या में जुटे हरी टोपी धारी महापंचायत को जिला अध्यक्ष रमाशंकर शंखधर ने संबोधित करते हुए कहा की तहसील में भारी अनियमिताएं हैं खारिज दाखिल, सम्मान निधि, आय जाति प्रमाण पत्र, में भारी लूट की जा रही है, बगैर सुविधा शुल्क के तहसील में कोई काम नहीं हो रहा है। आज किसानों की नाराजगी को देखते हुए तहसीलदार बिल्सी ने महापंचायत में आकर किसानों को विश्वास दिलाया कोई भी कर्मचारी गलती करता है मुझे शिकायत करें, मैं आपकी सभी समस्याओं का निराकरण करूंगा।इस अवसर पर महापंचायत को बरेली मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने संबोधित करते हुए कहा किसानों को संगठित रहने की जरूरत है, किसानों को सभी लोग लूटने में लगे हुए हैं कोई भी राजनीतिक दल किसानों का हितैषी नहीं है। राजनीति जनता की समस्याओं का निराकरण के लिए नहीं होती अब धन पैदा करना ही राजनीतिक दलों का काम है, इसलिए किसानों को राजनीतिक दलों से दूरी बनाकर रहना चाहिए किसान अब आंदोलन करके ही अपने हकों को ले सकता है। 14 मार्च के लिए दिल्ली कूच का ऐलान हुआ है भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर दिल्ली के लिए आवाहन कर दिया है। बिल्सी से बड़ी जथेदारी जानी चाहिए। इस अवसर पर मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा इस समय किसान बर्बाद हो चुका है उसकी फसले बे मौसम बरसात ने बर्बाद कर दी हैं,किसानों की कर्ज वसूली पूरी तरह बंद होनी चाहिए। इस अवसर पर जिला प्रभारी झाझन सिंह, जिला उपाध्यक्ष चौधरी रमेश सिंह व भूरेलाल शर्मा व पंडित रामकुमार शर्मा, जिला प्रवक्ता शाहिद अली, युवा जिला उपाध्यक्ष सद्दाम हुसैन कुरैशी, तहसील अध्यक्ष बिल्सी अख्तर अली, ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल अली, ब्लॉक अध्यक्ष सहसवान महिपाल सिंह यादव, ब्लॉक अध्यक्ष दहगवा नाथू सिंह यादव आदि भारी संख्या में हरी टोपी धारी भारतीय किसान यूनियन के किसान मौजूद रहे।
पदाधिकारी धरना देने के लिए आए थे राशन पानी ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर लायें परंतु तहसीलदार ने समझदारी से काम लिया उनके समस्याओं के निराकरण का पूरा भरोसा दिलाया, किसान नेताओं ने उनकी बात मान ली और धरना समाप्त कर देर शाम घर वापसी कर दी।

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