
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिक विश्वविद्यालय द्वारा संचालित लाइफ मिशन के अंतर्गत नानपारा कृषि विज्ञान केन्द्र पर वर्षा जल संचयन विषय पर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. के. एम. सिंह ने किया, उन्होंने वर्षा जल संचयन के तरीके व लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने किसानों को अपने खेतों के निकट तालाब का निर्माण करवाने की सलाह दी जिससे बारिश के पानी का तालाब में ही संचयन किया जा सके जो कि बाद में सिंचाई, साफ-सफाई अथवा जानवरों आदि के काम आ सके। केन्द्र की पौध संरक्षण वैज्ञानिक डॉ. हर्षिता ने प्रतिभागियों से घरेलु क्रियाकलापों में आवश्यकता अनुसार जल प्रयोग करने का आग्रह करते हुए भूजल घटने के कारण एवं दुष्परिणामों के बारे में चर्चा की। उन्होंने जल प्रदूषण के कारण एवं बचाव के बारे में बताया साथ ही वृक्षारोपण करने का आग्रह करते हुए इसके लाभ के बारे में जानकारी दी। डॉ. एस. बी. सिंह ने कृषकों से कृषि में जल का उचित उपयोग और कम जल मांग वाली फसलों का चयन करने का आग्रह किया ताकि जल की प्रत्येक बूंद से अधिक फसल प्राप्त की जा सके साथ ही फसल उत्पादन में टपक एवं बौछार विधि द्वारा सिंचाई करने को कहा जिससे जल व्यर्थ होने से बचाया जा सके। कार्यक्रम में मायाराम, रामादल वर्मा, राजेंद्र कुमार, रजित राम, गणेश शंकर, निरंजन लाल संजय श्रीवास्तव, आनंद कुमार समेत कुल चालीस प्रतिभागी उपस्थित रहे।
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