बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भ्रूण लिंग परीक्षण पर रोक, “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” संदेश का प्रसार एवं महिलाओं को विभागीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराना रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर मुख्य चिकित्साधिकारी श्रीमती पदमावती ने की। उन्होंने PCPNDT Act के प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि गर्भधारण से पूर्व एवं गर्भावस्था के दौरान भ्रूण का लिंग बताना तथा इस आधार पर गर्भपात कराना कानूनन पूर्णतः प्रतिबंधित है।
ग्राम स्तर पर कार्यरत आशा बहुओं, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि वे गांव-गांव जाकर महिलाओं को PCPNDT Act व संचालित योजनाओं के बारे में जागरूक करेंगी। इस अवसर पर श्रीमती शांता ने समाज में बेटियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “बेटी है तो भविष्य है, उसका सम्मान और सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अंजली सिंह ने किया। उन्होंने उपस्थित महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, पोषण अभियान एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना सहित अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी