बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
अंतरराष्ट्रीय बौनापन दिवस के
अवसर पर प्रवन्धक परमानन्द ने बताया कि इस दिवस की स्थापना 2012 में लिटिल पीपल ऑफ़ अमेरिका (LPA) द्वारा की गई थी जिसका उद्देश्य बौनेपन के बारे में जागरूकता बढ़ाना था इसे अभिनेता बिली बार्टी की याद में मनाया जाता है जिनका जन्म 25 अक्टूबर को हुआ था संस्थान द्वारा बौनापन दिवस मनाने का उद्देश्य कोथ ग्राम के आस-पास के लोगों को बौनापन के बारे में जागरूक करना है
इस अवसर पर सिंधराज ने बताया कि बौनेपन की विशेषता यह है कि सिर और धड़ की तुलना में हाथ और पैर छोटे होना है। बड़ा सिर, कमजोर मांसपेशी स्लीप एपनिया और स्पाइनल स्टेनोसिस भी कभी-कभी मौजूद होते है बौनेपन से पीड़ित पुरुषों की औसत ऊंचाई 4 फीट, 4 इंच है। बौनेपन से पीड़ित महिलाओं की औसत ऊंचाई 4 फीट, 1 इंच है. बौनेपन से पीड़ित अधिकांश लोगों की अंतिम ऊंचाई 4 फीट 10 इंच या उससे कम होती है यह बौनापन मुख्यतः दो प्रकार का होता है- आनुपातिक बौनापन- जब सिर, धड़ और अंग सभी एक दूसरे के अनुपात में होते है, लेकिन औसत आकार के व्यक्ति की तुलना में बहुत छोटे होते हैं, तो इस स्थिति को आनुपातिक बौनापन कहा जाता है. इस प्रकार का बौनापन अक्सर हार्माेन की कमी का परिणाम होता है अनुपातहीन बौनापन यह बौनेपन का सबसे आम प्रकार है जैसा कि नाम से पता चलता है इसकी विशेषता यह है कि इसमें शरीर के अंग एक दूसरे से अनुपातहीन होते है।
इस अवसर पर सुनिल कुमार प्रजापति, नागेन्द्र यादव, पवन, अरविन्द्र, प्रिंस एवं डी एड विशेष शिक्षा-श्रवण बाधिता व बौद्धिक अक्षमता के छात्र उपस्थित रहे।
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