
मीडिया कार्यशाला में बताई गई गाइडलाइन, पत्रिका का हुआ विमोचन
शाहजहांपुर (राष्ट्र की परम्परा)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक कुमार मिश्रा ने आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर साल लाखों लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते हैं और हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है। भारत में यह स्थिति और गंभीर है, जहाँ हर तीन मिनट में एक व्यक्ति सुसाइड कर रहा है। यह केवल किसी परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक विफलता है। सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित एक साथ एक संकल्प : जीवन बचाने की पहल विषयक मीडिया कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. विवेक कुमार मिश्रा ने कहा कि शाहजहांपुर में डिस्ट्रिक्ट मेंटल हेल्थ प्रोग्राम (DMHP) प्रोजेक्ट उम्मीद के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक पहुँचाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या की रोकथाम हेतु राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति का अनुपालन बेहद जरूरी है। डॉ. मिश्रा ने मीडिया को महत्वपूर्ण सहयोगी बताते हुए कहा कि आत्महत्या की खबरों को जिम्मेदारी से प्रस्तुत करना, सनसनी से दूर रहना और पाठकों को मदद के संसाधनों की जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सही शब्दों और संवेदनशील रिपोर्टिंग के जरिये अनगिनत जिंदगियाँ बचाई जा सकती हैं। इस अवसर पर सीएमओ ने प्रोजेक्ट उम्मीद से जुड़ी पत्रिका का विमोचन किया। ज़िला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का संचालन कर रहे मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अभिनव रस्तोगी ने प्रोजेक्टर के माध्यम से आत्महत्या रिपोर्टिंग की नई गाइडलाइन बताई। उन्होंने कहा कि आत्महत्या केवल मानसिक स्वास्थ्य समस्या नहीं, बल्कि सामाजिक, पारिवारिक और सांस्कृतिक चुनौती भी है। डॉ. रस्तोगी ने कहा कि प्रोजेक्ट उम्मीद का मकसद चुप्पी तोड़ना और संवेदनशील संवाद को बढ़ावा देना है। उन्होंने सुझाव दिया कि खबरों के साथ टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी प्रकाशित किए जाएँ, ताकि ज़रूरतमंद लोग तुरंत मदद पा सकें। टीम से जुड़े मनोज कुमार मिश्रा और नंदनी सक्सेना ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि आई कॉल (9152987821) और टेली मानस (14416) नंबर पर लोग मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी मदद ले सकते हैं।


 
                                    