
बहराइच(राष्ट्र की परम्परा)
जनपद के वि0ख0 शिवपुर के ग्रा0पं0 पिपरिया की निवासिनी महिलाओ ने आंगनबाड़ी के विरुद्ध खोला मोर्चा। महिलाओ ने बताया कि भारत सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भवती, धात्री तथा छोटे-छोटे बच्चों में पोषाहार प्राप्त करने की पात्र व हकदार हूँ।आंगनबाड़ी केंद्र पर कलावती पत्नी रामअचल निवासी पिपरिया बतौर कार्यकत्री के रूप में कार्यरत हैं। इन्हें जो भी वितरण का सामान शासन प्रशासन द्वारा दिया जाता है उसे हम लोगों को कभी नहीं उपलब्ध कराती हैं। उपरोक्त सभी पोषाहार के सामग्री का कालाबाजारी कर लेती हैं। आंगनवाड़ी सेंटर पर छोटे बच्चों को पढ़ाने तो कभी जाती नहीं है क्योंकि सिर्फ हस्ताक्षर बनाना आता है,, तभी तो संबंधित महकमे ने सिर्फ हस्ताक्षर बनाकर काम चलाने वालों को छोटे बच्चों को शिक्षित करने का कार्य दे दिया है। यदि इस प्रकार से शासन की योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ेगी तो गरीबों व पात्र व्यक्तियों का भला कैसे हो सकेगा। गांव की पात्र महिलाएँ जब इनके घर अपना हक मांगने के लिए जाती हैं तो यह महिलाओं के साथ मारपीट पर उतारू हो जाती हैं। काफी अश्लीलता कर कहती हैं कि हम विभागीय अधिकारियों को चढ़ावा देते हैं तुम जैसे लोग हमारा कुछ नहीं कर सकते। इस संबंध में गाँव के लोगों ने उच्चाधिकारियों तक प्रार्थनापत्र दिया है किंतु कोई कर्यवाही नहीं हुईl उपरोक्त खाद्यान्न का कालाबाजारी करने वाली दबंग आंगनबाड़ी कार्यकत्री को बचा लिया जाता है। इसका मतलब यह होता है कि सम्बंधित अपने चढ़ावे के चक्कर में कार्यवाही सुनिश्चित नहीं करवा पाते हैं और गरीब पात्र महिलाओं व बच्चों को कुपोषण से बचाने वाले पोषाहार से उन्हें दबंग आंगनबाड़ी कार्यकत्री वंचित रखने में सफल हैं। पीड़िताओं ने प्रार्थनापत्र के साथ नोटरी शपथपत्र भी संलग्न किया है तथा पूर्व में गांव निवासियों द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र की समस्त कॉपियां भी संलग्न किया है।पीड़िताओं ने शासन प्रशासन से मांग की है कि प्रकरण को संज्ञान लेते हुए उच्चाधिकारियों की टीम गठित कर उपरोक्त दबंग आंगनबाड़ी के विरुद्ध जांच व कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करवाया जाये।
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