महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग के अंतर्गत आने वाले लक्ष्मीपुर रेंज में भ्रष्टाचार और वन माफियाओं से मिलीभगत के गंभीर आरोपों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्राम कोट कम्हरियां निवासी शरीफ खान पुत्र मुनीब ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल (संदर्भ संख्या — 40018725023783) पर दर्ज कराई शिकायत में आरोप लगाया है कि आंचलगढ़ बीट में तैनात वन दरोगा प्रेमलाल यादव, जिनकी सेवा निवृत्ति इसी वर्ष होने वाली है, बीट क्षेत्र में न जाकर अपने निजी आवास से ही कार्य कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि दरोगा का जंगल में शायद ही कोई भ्रमण होता हो, जिसके चलते साखू और सागौन जैसे कीमती वृक्षों की अवैध कटाई धड़ल्ले से जारी है। आरोप है कि संबंधित वन दरोगा की आरा मशीन संचालकों से नियमित बैठकें होती हैं और उनके संरक्षण में जंगल की लकड़ी ट्रैक्टरों से मशीनों तक पहुंचाई जाती है, जहां इसे काटकर अवैध रूप से बेचा जाता है।
शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को भेजे गए आवेदन में कहा है कि वन दरोगा की मिलीभगत और भ्रष्टाचार के कारण जंगल बर्बाद हो रहे हैं और वन्यजीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। उनका कहना है कि जब तक ऐसे अधिकारी विभाग में बने रहेंगे, तब तक वन संरक्षण की उम्मीद करना व्यर्थ है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, यह मामला पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अंतर्गत दर्ज किया गया है। सूचना उच्चाधिकारियों तक पहुंच चुकी है और शीघ्र जांच प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
