लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा सरकार की विदेश नीति पर कड़ा प्रहार करते हुए इसे “असफल” बताया। उनका यह बयान उस समय आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर से प्रभावी ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं के आयात पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की। अखिलेश यादव ने कहा कि इस नीति से भारतीय व्यापार और उद्योग को नुकसान उठाना पड़ सकता है और सरकार अपनी आर्थिक रणनीति में विफल साबित हो रही है।
यादव ने एएनआई को बताया कि, “हमारी अर्थव्यवस्था लगातार दबाव में है और टैरिफ की वजह से हमारे व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। भाजपा की विदेश नीति अब तक सफल नहीं रही, और इसका खामियाजा हमारे उद्योग और देश को भुगतना पड़ रहा है।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि 50-100 प्रतिशत टैरिफ लागू होते हैं, तो व्यापारी और कारोबारी इसका सामना कैसे करेंगे।
हालांकि, विशेषज्ञों और इंडियन फार्मास्युटिकल अलायंस (IPA) के महासचिव सुदर्शन जैन के अनुसार, यह टैरिफ मुख्य रूप से पेटेंटेड और ब्रांडेड दवाओं पर लागू है, जबकि भारत अमेरिका को ज्यादातर जेनेरिक दवाइयाँ और सक्रिय दवा सामग्री (API) निर्यात करता है। इसलिए इस नीति का भारतीय दवा उद्योग पर प्रत्यक्ष असर नहीं पड़ेगा।
भारत का दवा और फार्मास्युटिकल क्षेत्र वैश्विक मांग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह अमेरिका में जेनेरिक दवाओं की 40%, ब्रिटेन में सभी दवाओं की 25%, और दुनिया में टीकों की 50% से अधिक आपूर्ति करता है। वित्त वर्ष 2025 में भारत का दवा निर्यात 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 31% अधिक है।
अखिलेश यादव ने इसके अलावा जीएसटी सुधारों पर भी सवाल उठाए और भाजपा सरकार पर निशाना साधा, यह पूछते हुए कि क्या सरकार पिछले नौ सालों से जीएसटी के नकारात्मक प्रभावों से अनजान थी। उन्होंने तर्क दिया कि नए सुधार सरकार के लाभ को बनाए रखते हैं, क्योंकि एक क्षेत्र में जीएसटी बढ़ाया गया और दूसरे में घटाया गया।