लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि बीते पांच वर्षों में हुई सरकारी भर्तियों में PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) वर्ग के आरक्षित पदों की बड़े पैमाने पर “लूट” की गई है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर आंकड़े साझा करते हुए दावा किया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में OBC/SC/ST वर्ग को मिलने वाला संवैधानिक आरक्षण लगातार छीना गया है।
69,000 शिक्षक भर्ती का जिक्र
सपा अध्यक्ष के अनुसार,
साल 2019 में 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती में OBC/SC/ST को आरक्षण के हिसाब से 34,500 पद मिलने चाहिए थे, लेकिन उन्हें केवल 5,161 पद दिए गए। इस तरह 29,333 आरक्षित पदों की लूट हुई।
अन्य भर्तियों में भी आरक्षण लूट का आरोप
अखिलेश यादव ने आगे तीन अन्य भर्तियों का हवाला दिया—
• 2021: बांदा कृषि विश्वविद्यालय में 15 पदों पर भर्ती, 8 आरक्षित होने चाहिए थे, मिले सिर्फ 2
• 2023: लखीमपुर सहकारी बैंक में 27 पद, 14 आरक्षित थे, मिले 8
• 2025: राजस्व लेखपाल भर्ती में 7,994 पद, 3,997 आरक्षित होने चाहिए थे, दिए गए 3,037
सपा प्रमुख का दावा है कि इन चार भर्तियों में ही 30 हजार से अधिक PDA पदों की लूट की गई।
ये भी पढ़ें – बांग्लादेश में हिंदुओं पर करीब 2,500 हमले, ईशनिंदा के आरोप में हत्याएं; चुनाव से पहले बढ़ी चिंता
अखिलेश यादव का भाजपा पर तीखा हमला
अखिलेश यादव ने X पर लिखा कि पिछले पांच वर्षों की सभी भर्तियों में PDA वर्ग के पदों में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब-जब आरक्षण में चोरी पकड़ी गई, तब-तब सरकार ने “तथाकथित कमेटियां” बनाईं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने सवाल किया कि आखिर भाजपा सरकार कब तक OBC/SC/ST आरक्षण की अनदेखी करती रहेगी। साथ ही उन्होंने ‘Not Found Suitable’ जैसे फॉर्मूले को गैरकानूनी बताते हुए इसे कोर्ट में चुनौती देने की बात कही।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के एजेंडे में न नौकरी है और न ही PDA समाज का हक। उन्होंने तंज कसते हुए कहा—
“भाजपा जाए तो नौकरी-भर्ती आए।”
ये भी पढ़ें – पुलिस कार्यालय में नव निर्मित पुलिस अधीक्षक कक्ष का हुआ शुभारंभ, प्रशासनिक कार्यों को मिलेगी नई गति
