
किसानों को दी गई उन्नत तकनीकी और योजनाओं की जानकारी
सिकन्दरपुर /बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
शुक्रवार को विकास खंड नवानगर के चक भड़ीकरा पंचायत भवन परिसर में खरीफ सीजन को ध्यान में रखते हुए विकास खंड स्तरीय कृषि निवेश मेले का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कृषि सूचना तंत्र सुदृढीकरण एवं कृषक जागरूकता योजना के तहत कृषि विभाग, बलिया के सौजन्य से आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।
मेले में विशेषज्ञों ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों, सरकारी योजनाओं, फसल सुरक्षा तथा उत्पाद मूल्य संवर्धन से संबंधित उपयोगी जानकारियां दीं।
खाद्य प्रसंस्करण पर फोकस
खाद्य प्रसंस्करण विशेषज्ञ हरिशंकर वर्मा ने दाल, आचार, मसाले, स्टैंच आदि के प्रसंस्करण एवं विपणन द्वारा किसानों की आमदनी बढ़ाने के उपाय बताए। उन्होंने जोर दिया कि पारंपरिक फसलों को बाजार की मांग के अनुसार ढालना लाभकारी होगा।
मिट्टी की उर्वरता व पोषण प्रबंधन
मृदा वैज्ञानिक कृष्णानंद तिवारी ने मिट्टी परीक्षण की उपयोगिता समझाते हुए किसानों से संतुलित पोषण प्रबंधन अपनाने का आह्वान किया।
पौध संरक्षण की जानकारी
पूर्व जिला कृषि रक्षा अधिकारी गोपाल यादव ने कीट नियंत्रण के जैविक और रासायनिक उपायों की जानकारी दी तथा छिड़काव विधियों और रोगों की पहचान पर चर्चा की।
सरकारी योजनाओं की जानकारी
एडीओ कृषि हरिश्चंद यादव ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, कृषि यंत्रीकरण योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना आदि की जानकारी दी तथा इनका लाभ उठाने की प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझाया।
रोग पहचान व रोकथाम पर चर्चा
सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) महात्म सिंह ने किसानों को फसलों में लगने वाले सामान्य रोगों, उनके लक्षण और समय पर नियंत्रण के उपायों से अवगत कराया।
किसानों की सक्रिय भागीदारी
गोष्ठी के दौरान मुकेश सिंह, धर्मेंद्र सिंह, दयानंद सिंह, दुष्यंत कुमार, ताराचंद, सुदामा सहित सैकड़ों किसानों ने भाग लिया और विशेषज्ञों से संवाद कर अपने सवालों के जवाब प्राप्त किए।
इस कृषि निवेश मेले ने क्षेत्र के किसानों को तकनीकी जानकारी के साथ-साथ योजनाओं से जुड़ने और अपने उत्पादन को लाभकारी बनाने की दिशा में प्रेरित किया
More Stories
योग दिवस जागरूकता के लिए छात्र-छात्राओं ने निकाली पदयात्रा
नहर पर स्थाई पुलिया न बनने से लोगों में आक्रोश
करंट लगने से मां और बेटे की हुई मौत परिजनों में छाया मातम