सलेमपुर/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)।
शहर में लगातार बढ़ती जाम की समस्या और रविवार को हुई एंबुलेंस फंसने की घटना के बाद प्रशासन सख्त रुख अपनाया है। हालांकि, स्थिति को देखते हुए सलेमपुर के थोक सब्जी व्यापारियों को अस्थायी राहत भी प्रदान की गई है।
गुरुवार को सब्जी मंडी समिति के अध्यक्ष विजय गुप्ता के नेतृत्व में थोक और फुटकर व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम दिशा श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने स्थायी मंडी के निर्माण तक वर्तमान स्थान पर दुकान लगाने की अनुमति मांगी। ज्ञापन पर विचार करते हुए एसडीएम ने व्यापारियों की समस्याएं सुनीं और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए।
बताया गया कि बीते रविवार को गांधी चौक से लेकर सरकारी अस्पताल तक भीषण जाम लगा था, जिसमें एक एंबुलेंस फंस गई थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने नगर पंचायत के माध्यम से सब्जी व्यापारियों को उस स्थान पर दुकान लगाने से रोक दिया था। इसके विरोध में व्यापारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल और सब्जी मंडी बंद करने का निर्णय लिया था।
बैठक के दौरान सीओ मनोज कुमार, नायब तहसीलदार, ईओ महेंद्र कुमार पांडेय, एसएसआई धर्मेंद्र कुमार मिश्र सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। थोक व्यापारियों में संपूर्णानंद गुप्ता, त्रिवेणी गुप्ता, विनोद ठठेरा, शंभुदयाल गुप्ता आदि शामिल रहे।
व्यापारियों की समस्याएं सुनने के बाद एसडीएम दिशा श्रीवास्तव ने नगर पंचायत ईओ को निर्देश दिए कि –
सुबह 7 बजे तक ही सब्जियों को लाने वाले वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
थोक दुकानें सड़क किनारे लग सकती हैं, परंतु इससे यातायात बाधित नहीं होना चाहिए।
फुटकर दुकानें केवल मंडी परिसर के अंदर ही लगाई जाएंगी।
एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी व्यापारी द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया, तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
इस निर्णय से थोक सब्जी व्यापारियों को फिलहाल अस्थायी राहत मिली है, वहीं यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी ठोस कदम उठाए गए हैं।
ज्ञापन सौंपने वालों में विंध्याचल गुप्ता, जयप्रकाश, शहीद, अजीत, मकदूम, शेर मुहम्मद, जुम्मदिन, शमशेर, नागा, इसरफील, धर्मेंद्र, संजय, गजाधर, कन्हैया, फिरोज, गणेश, कमलेश, घूरा और दिनेश सहित कई व्यापारी शामिल रहे।
