- रामकथा
- किसी वृत्ति का समय पर उपयोग ही सद्गुण
राजापाकड़ कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)03 जून..
जिस व्यक्ति ने कठिनाइयां झेली हों, जो समस्याओं के बीच से निकले हों, वही जीवन में अपने सद्गुणों के सहारे शीर्ष स्तर पर चमक पाते हैं। क्योंकि कठिनाइयां ही व्यक्ति को सही ढंग से तराशती व उभारती हैं। ऐसे व्यक्ति भगवान राम के समान पुरुषोत्तम बन सकते हैं। यह बातें दुदही विकास खंड के बंगरा गांव के पर्वत गिरी बाबा स्थान पर चल रहे पंचदिवसीय राम कथा के दूसरे दिन गुरुवार की रात्रि कथावाचक पं. रामअवध शुक्ल ने श्रोताओं को भगवान श्रीराम के चरित्र का वर्णन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसी वृत्ति का समय पर उपयोग सद्गुण है और असमय उपयोग दुर्गुण है। कथावाचक ने उदाहरण देते हुए कहा कि समय पर उचित मात्रा में वर्षा बहुत अच्छी होती है जबकि अनुचित समय पर, अधिक मात्रा में वर्षा या ओला नुकसानदेह साबित होती है। कथा का शुभारंभ केन यूनियन के उपाध्यक्ष सत्येन्द्र उर्फ गुड्डू शुक्ल ने कथावाचक का माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर मधुरश्याम शुक्ल, राजाराम राय , अजीज अंसारी , छेदी अमीन, बलिराम राय , रंजन शुकंल , बंता यादव , श्यामसुंदर प्रसाद, शंभू कुशवाहा , धर्मबाबू आदि उपस्थित रहे ।
संवादाता कुशीनगर…
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