ग्राम प्रधान मनोहर लाल साहनी के प्रयास से उमड़ा जनसैलाब, पारंपरिक अखाड़ा संस्कृति को मिला नया जीवन
महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। ग्रामीण परपंराओं और लोक खेलों को पुनर्जीवित करने की दिशा में शनिवार को विकासखंड सिसवा अंतर्गत ग्राम पंचायत सोनबरसा बेलवा घाट में एक भव्य दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन की पहल ग्राम प्रधान मनोहर लाल साहनी के अथक प्रयासों से की गई, जिसमें हजारों की संख्या में ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुन्नू निषाद, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बरियारपुर सिसवा द्वारा दो पहलवानों का हाथ मिलवाकर किया गया। जैसे ही दंगल का शंखनाद हुआ, मैदान तालियों की गड़गड़ाहट और उत्साहपूर्ण नारों से गूंज उठा। आस-पास के गांवों से आए पुरुष, महिलाएं और बच्चे दंगल का रोमांच देखने पहुंचे,जिससे पूरा क्षेत्र मेले जैसा नजर आने लगा। दंगल में दर्जनों नामी और स्थानीय पहलवानों ने अपने दांव-पेंच का शानदार प्रदर्शन किया। दर्शक तालियां बजाकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते नजर आए। कई मुकाबले इतने रोमांचक रहे कि दर्शक सांसें थामकर अखाड़े की ओर टकटकी लगाए बैठे रहे। इस दौरान ग्राम ग्राम प्रधान मनोहर लाल साहनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ग्रामीण परंपराओं को जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी है। ऐसे आयोजन न केवल युवाओं में खेल भावना को बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें नशामुक्त और अनुशासित जीवन की ओर भी प्रेरित करते हैं। दंगल जैसी प्रतियोगिताएं शौर्य, अनुशासन और भाईचारे का प्रतीक हैं।
इस अवसर पर क्षेत्र के कई सम्मानित नागरिक,जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। आयोजन में स्थानीय युवाओं की सक्रिय भागीदारी सराहनीय रही, जिन्होंने मंच संचालन से लेकर व्यवस्था तक हर स्तर पर अपनी अहम भूमिका निभाई। दिनभर चले इस पारंपरिक दंगल में जहां ग्रामीण संस्कृति की झलक देखने को मिली, वहीं युवाओं में खेल के प्रति जोश और उमंग का संचार भी हुआ। आयोजन के अंत में विजेता पहलवानों को सम्मानित किया गया और भविष्य में ऐसे आयोजनों को निरंतर जारी रखने का संकल्प भी लिया गया।