आरा (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। बिहार के आरा जिले से दीपावली की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। खुशियों के पर्व पर जहां पूरा शहर रोशनी में नहाया हुआ था, वहीं महादेवा रोड स्थित एक एसी–फ्रिज सर्विस सेंटर में अचानक आग लगने से अफरातफरी मच गई। कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप ले लिया और लपटें चार मंजिल तक पहुंच गईं। रात के सन्नाटे को आग की चटकती आवाज़ों और सिलेंडर ब्लास्ट की धमाकों ने तोड़ दिया, जिससे आसपास के इलाके में दहशत फैल गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के कुछ ही देर बाद सर्विस सेंटर में रखे गैस सिलेंडरों में विस्फोट होने लगे। एक के बाद एक धमाकों से पूरा इलाका थर्रा उठा। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। स्थानीय लोगों ने भी आग बुझाने में प्रशासन की मदद की।
इस हादसे में एसी, फ्रिज, वायरिंग, कंप्रेसर और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह जलकर राख हो गए। प्राथमिक अनुमान के अनुसार 50 से 60 लाख रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई है। फायर ब्रिगेड अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट या गैस सिलेंडर ब्लास्ट को आग की वजह माना जा रहा है, हालांकि सटीक कारण की जांच अभी जारी है।
घटना के बाद महादेवा रोड पर देर रात तक जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस टीम ने घटनास्थल को घेरकर हालात पर नियंत्रण पाया।
पीड़ित की व्यथा:
सर्विस सेंटर के मालिक अभय केशरी, जो भोजपुर जिले के सिकरहट्टा गांव के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इस सर्विस सेंटर का संचालन कर रहे हैं। दीपावली के अवसर पर उन्होंने दुकान में विधि-विधान से पूजा की थी और उसके बाद सभी लाइटें बंद कर घर लौट गए थे। लेकिन कुछ ही घंटों बाद यह हादसा हो गया। अभय केशरी का कहना है कि वे इस नुकसान से टूट गए हैं, क्योंकि दुकान ही उनका मुख्य रोज़गार का साधन था।
फायर ब्रिगेड और पुलिस की तत्परता:
टाउन थानाध्यक्ष देवराज राय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। नगर फायर ब्रिगेड की टीम ने बताया कि आग पर काबू पाना मुश्किल था क्योंकि वहां कई गैस सिलेंडर और ज्वलनशील सामग्री मौजूद थी। बावजूद इसके टीम ने साहसिक प्रयास करते हुए आग को फैलने से रोक लिया, जिससे आसपास की इमारतें सुरक्षित रहीं।
संभावित कारण और चेतावनी:
फायर अधिकारियों का कहना है कि दीपावली के समय अधिकतर दुकानों और घरों में ओवरलोडिंग और शॉर्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में एसी, रेफ्रिजरेटर, गैस सिलेंडर जैसी वस्तुएं ज्यादा खतरा पैदा करती हैं। विशेषज्ञों ने अपील की है कि लोग त्योहारों के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
स्थानीय निवासियों का कहना है कि आग लगने की शुरुआत में उन्होंने तेज धमाके की आवाज सुनी और बाहर निकलते ही देखा कि दुकान से लपटें उठ रही थीं। उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। एक निवासी ने बताया, “सिर्फ कुछ मिनटों में आग इतनी फैल गई कि आसमान तक धुआं छा गया। अगर दमकल की गाड़ियां देर से आतीं तो नुकसान और ज्यादा होता।”
दीपों की रोशनी में डूबी रात, इस सर्विस सेंटर के लिए एक काला अध्याय बन गई। जहां हर घर में खुशी की लौ जल रही थी, वहीं महादेवा रोड पर आग की लपटों ने एक परिवार की उम्मीदों को राख में बदल दिया। अब प्रशासन इस घटना की विस्तृत जांच में जुटा है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
