रेंजर सुशांत मणि त्रिपाठी के निर्देशन में वन विभाग टीम का त्वरित रेस्क्यू अभियान
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। पकड़ी रेंज अंतर्गत सदर सेक्शन के खुटहा क्षेत्र में गुरुवार 20 नवम्बर 2025 को एक बड़ा वन्य-जीव हादसा होते-होते टल गया। लगभग 3:15 बजे वन विभाग को सूचना मिली कि पनियरा सड़क के पास एक राजकीय पक्षी सारस हाईटेंशन तार की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया है।
सूचना मिलते ही रेंजर सुषांत मणि त्रिपाठी के निर्देश पर वन विभाग की टीम तत्काल सक्रिय हो गई।
वन कर्मियों ने बिना देर किए शुरू किया बचाव अभियान। रेंजर के निर्देशानुसार वन दरोगा गौरव त्रिपाठी, विपुल मिश्रा, वनरक्षक दीपक सहनी और अन्य वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने घायल सारस को सुरक्षित तरीके से पकड़ा और स्थिति को देखते हुए तत्काल उपचार की जरूरत समझते हुए उसे विभागीय वाहन से राजकीय पशु चिकित्सालय महराजगंज ले जाया गया। राजकीय पशु चिकित्सालय में तैनात चिकित्सकों की टीम ने सारस का प्राथमिक उपचार शुरू किया। चिकित्सकों ने बताया कि सारस के शरीर पर करंट के निशान पाए गए, लेकिन समय पर उपचार मिलने से उसकी स्थिति नियंत्रण में आ गई है। फिलहाल पक्षी को निगरानी में रखा गया है, और वन विभाग नियमित रूप से उसकी स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहा है। हादसे के दौरान मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि सारस अचानक हाईटेंशन तार से टकरा गया, जिससे वह खेत के किनारे गिर पड़ा। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। टीम की तेजी और संवेदनशीलता देखकर स्थानीय लोगों ने वन कर्मियों की कार्यशैली की तारीफ की।
इस संबंध में रेंजर सुशांत मणि त्रिपाठी ने बताया कि टीम की त्वरित कार्रवाई के चलते सारस की जान बचाई जा सकी। उन्होंने कहा कि हाईटेंशन तारों से वन्य-जीवों को होने वाले खतरे को लेकर बिजली विभाग से समन्वय बनाकर सुरक्षा उपायों पर चर्चा की जाएगी। वन विभाग ने आमजन से अपील की है कि किसी भी घायल वन्य-जीव या पक्षी के मिलने पर तत्काल विभाग को सूचना दें, ताकि उसकी जान बचाई जा सके और उचित उपचार मिल सके। घायल सारस की स्थिति में सुधार के बाद उसे प्राकृतिक आवास में छोड़े जाने की संभावना है। वन विभाग पूरा प्रयास कर रहा है कि यह राजकीय पक्षी पूरी तरह स्वस्थ होकर फिर से आकाश में उड़ान भर सके।
