
छांगुर पीर पर बढ़ा शिकंजा, नोएडा की पीड़िता ने हाईकोर्ट जाने की बनाई रणनीति
बी पी त्रिपाठी
उतरौला/बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा बलरामपुर जिले के उतरौला में की गई छापेमारी के बाद छांगुर पीर पर लव जिहाद, धर्मांतरण और देशद्रोह जैसे गंभीर आरोपों का खुलासा हुआ है। इस कार्रवाई के बाद देशभर से कई मामले सामने आने लगे हैं, जिनमें अब नोएडा की एक पीड़िता ने न्याय की लड़ाई तेज कर दी है।
यह मामला नोएडा के थाना क्षेत्र 113 का है, जहां की रहने वाली एक हिन्दू युवती ने दिसंबर 2024 में एफआईआर दर्ज करवाई थी। उसने ताबिश असगर नामक युवक पर आरोप लगाया कि उसने ‘विशाल राणा’ बनकर प्यार का झांसा दिया और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। युवती का दावा है कि ताबिश एक आतंकी संगठन से जुड़ा है, और उसके कश्मीर से भी संपर्क हैं। जनवरी 2025 में पीड़िता ने अदालत में बयान भी दर्ज करवाए थे, जिसमें उसने बलरामपुर के छांगुर पीर को इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया था।
एटीएस की ताजा कार्रवाई के बाद पीड़िता अब हाईकोर्ट का रुख करने जा रही है। उसका आरोप है कि नोएडा पुलिस ने छांगुर पीर के खिलाफ न कोई पूछताछ की और न ही गिरफ्तारी की कोशिश। उसने यह भी कहा कि पुलिस की लापरवाही के चलते उसकी जान को खतरा है। इसी डर से वह नोएडा छोड़ चुकी है और फिलहाल किसी अज्ञात स्थान पर रह रही है।
इस पूरे मामले में करणी सेना ने भी गहरी नाराजगी जताई है और पीड़िता से मिलने की योजना बना रही है। पीड़िता का आरोप है कि एक इस्लामी अखबार ने उसकी पहचान उजागर कर दी, लेकिन उस अखबार के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एटीएस अब इस पूरे नेटवर्क की तह में जाकर जांच कर रही है कि किन अधिकारियों ने किन कारणों से कार्रवाई में देरी की। माना जा रहा है कि हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद छांगुर पीर और उसके गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
More Stories
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की सफल अंतरिक्ष यात्रा का समापन
सभी विद्युत डिवीजन कार्यालयों पर लगेगा मेगा कैंप
नीट क्वालिफाई छात्र को प्रबंधक ने किया सम्मानित