
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग द्वारा दो दिवसीय नेशनल सेमिनार ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आयोजन किया गया। सेमिनार के मुख्य अतिथि, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक तथा नाईलिट विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति प्रो. मदन मोहन त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र यथा चिकित्सा, शिक्षा, कृषि, सुरक्षा से लेकर अंतरिक्ष विज्ञान, समुद्र विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, आदि सभी क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का अप्रतिम योगदान बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। उन्होंने वैश्विक धरातल पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका को विस्तार से समझाया।
सेमिनार के प्रथम दिवस पर आईआईटी पटना के डॉ. राहुल मिश्रा ने “फेडरेटेड लर्निंग फॉर आईओटी एनहांसिंग प्राइवेसी एंड एफिशिएंसी इन डिस्ट्रिब्यूटेड इंटेलिजेंस’ पर विस्तृत व्याख्यान दिया। “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग एंड डाटा एनालिटिक्स इन करंट सिनेरियो विषय पर आरईसी अंबेडकर नगर के डॉ. सुधाकर त्रिपाठी, ने विस्तार से चर्चा की।
अंतिम व्याख्यान के तौर पर “यूसेज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन कैरक्टराइजेशन ऑफ शेप मेमोरी एलॉय एंड इट्स एप्लीकेशन टुवर्ड्स ऑक्यूपेशन’ नामक विषय पर डॉ. तामेश्वर नाथ, ट्रिपल आईटी भागलपुर, ने अपना आंमत्रित व्याख्यान दिया।
अध्यक्षीय भाषण प्रति कुलपति प्रो. शान्तनु रस्तोगी ने दिया। सेमिनार के दूसरे दिन अमेरिका में कार्यरत सॉफ्टवेयर इंजीनियर, श्री शैलेश कुमार अग्रहरी ने अपने वक्तव्य ‘रोल ऑफ ए इन वेबसाइट डेवलपमेंट पर प्रस्तुत किया। क्रमागत व्याख्यान साउथ ईस्ट एशिया वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के फेलो, डॉ. अवनींद्र द्विवेदी ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन हेल्थ केयरः रोल इन क्लिनिकल प्रैक्टिस विद स्पेशल रेफरेंस टू पास एण्ड काउंट्स विषय पर केन्द्रित किया। अन्तिम आंमत्रित व्याख्यान आफलाइन मोड में नाईलिट गोरखपुर के प्रशांत गुप्ता वैज्ञानिक-डी, ने “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न आयाम’ विषय पर केन्द्रित किया। सेमिनार के अंतिम सत्र में विभाग के छात्रों ने अपना पेपर / पोस्टर प्रस्तुतीकरण किया।
अधिष्ठाता प्रो. विजय कुमार ने कुलपति प्रो. पूनम टंडन के प्रति विशेष आभार ज्ञापित किया।
सेमिनार के संयोजक राजीव रंजन कुमार त्रिपाठी ने अतिथि वक्ताओं, प्रति कुलपति प्रो. शान्तनु रस्तोगी, अधिष्ठाता प्रो. विजय कुमार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया। प्रोफेसर-इन-चार्ज प्रो. सुग्रीव नाथ तिवारी ने संस्थान के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं प्रतिभागियों की सक्रिय भूमिका की सराहना की।
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