
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)।फरेंदा विकास खंड के एक शिक्षक के साथ संवेदनहीनता युक्त व्यवहार का मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त समाचार के अनुसार रामजी विश्वकर्मा कंपोजिट विद्यालय निरनाम पश्चिमी फरेंदा में सहायक अध्यापक हैं,उनके पिता का शनिवार की रात में देहांत हो गया।
शिक्षक ने खंड शिक्षा अधिकारी फरेंदा को फोन पर स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वे इकलौते बेटे हैं और उन्हें पिता की अंतिम क्रिया के लिए रुकना है लेकिन अधिकारी ने मेडिकल या सीएल लेने की सलाह देकर फोन काट दिया।
शिक्षक ने मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए प्रयास किया, लेकिन स्वस्थ्य होने के कारण डॉक्टर ने मना कर दिया। एक साल में 14 आकस्मिक अवकाश में से छुट्टी लेने पर भविष्य की आपात स्थितियों के लिए अवकाश नहीं बचेगा।
बुधवार से डायट में गणित,विज्ञान शिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित था। जब शिक्षक प्रशिक्षण में पहुंचे,तो डायट के प्रवक्ताओं ने उन्हें यह कहते हुए वापस भेज दिया कि वे भाषा के शिक्षक हैं और यह प्रशिक्षण गणित, विज्ञान शिक्षकों के लिए है।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी सुदामा प्रसाद ने बताया कि रामजी किसी धरने पर नहीं बैठे थे।अपनी शिकायत को लेकर रामजी आए हुए थे। उनके शिकायत का समाधान कर दिया गया है। इस दौरान शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष विजय प्रताप पाण्डेय, मंत्री वीरेंद्र मौर्य,बंशीधर पाण्डेय, संरक्षक सुशील सिंह, दुर्गेश पाण्डेय, उपाध्यक्ष पवन गुप्ता, विजय पाण्डेय, रितेश राय, विकाश मिश्र, राजन गुप्ता, रमेश तिवारी, कैलाश मौर्य, प्रमोद यादव, स्वप्निल गुप्ता सहित तमाम शिक्षक मौजूद रहें।
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