
गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)। दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज, गोरखपुर में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन महिला सशक्तिकरण पर खुली परिचर्चा और पोस्टर की प्रदर्शनी लागई गयी। जिसका निरीक्षण दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्राचीन इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो. विपला दुबे एवं प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश सिंह के साथ सभी महिला प्राध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।
बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए प्रचीन इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग की सहायक आचार्य डॉ. कामिनी सिंह ने महिला सशक्तिकरण के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और शैक्षिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर निर्णय लेने की स्वतंत्रता प्राप्त कर सकें।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, रोजगार, समान अधिकार और सुरक्षा महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, लेकिन वास्तविक सशक्तिकरण तभी संभव है जब महिलाओं को बराबरी का सम्मान और अवसर प्राप्त होंगे।
पोस्टर प्रतियोगिता में जिज्ञासा यादव, जीविका यादव और सुहानी चौधरी की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि सृष्टि सिंह, सृष्टि राव और श्वेता की टीम ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। तृतीय स्थान पर रुबिका, तान्या और शिवांगी की टीम रही।
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