
महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। डबल इंजन की सरकार में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का बंटाधार कर सरकारी खजानों की लुटम-लूट देखनी हो तो मिठौरा ब्लाक चले आइए। यहां अधिकारी से छोटे कर्मचारी और जनप्रतिनिधि सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं,आम नागरिक शिकायत करे तो किससे करे। यदि किसी ने साहस दिखाकर किसी कर्मचारी, अधिकारी से शिकायत भी कर दिया तो उसे डरा धमका कर शिकायत वापस करा लिया जाता है। ऐसा ही मामला मिठौरा ब्लाक के ग्राम पंचायत मुजहना बुजुर्ग का बताया जाता है।जहां आरसीसी निर्माण के लिए ग्राम प्रधान और सचिव ने दूसरे के घर बेकार पड़े ईंट के टुकडो़ को तुड़वा दिया वो भी एक ट्राली नही चार चार ट्राली। दरअसल विकास खंड मिठौरा के ग्राम पंचायत मुजहना बुजुर्ग मे राज्य वित्त चौदहवां वित्त/पन्द्रहवां वित्त से राधे यादव के घर से कृत गोंड के घर तक आरसीसी का निर्माण हो रहा है जिसके लिए पिछले छः माह पूर्व ही दोनों तरफ थर्ड ग्रेड की ईंट से साइडर चलाकर छोड़ दिया गया था। बीते गुरुवार को ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव की संयुक्त साझेदारी से ग्राम पंचायत में किसी के मकान से निकला टुकड़ा जो बेकार पड़ा था को ग्राम प्रधान द्वारा गिट्टी तुड़वाने हेतु एक ट्राली नही बल्कि करीब चार ट्राली टुकड़ा गिरवाया गया था जिसे तुड़वा कर गिट्टी बनाने का काम जारी है। नाम न छापने की शर्त पर करीब आधा दर्जन ग्रामीणों ने बताया कि ” गांव में किसी के घर बेकार पड़े ईंट के टुकड़े को ग्राम प्रधान द्वारा गिराकर टुकड़ा बनवाया जा रहा है जो भ्रष्टाचार की बानगी मात्र है अभी आरसीसी तो बाकी ही है। यह रास्ता विगत छः माह से भी अधिक समय से रेलिंग चलवाकर छोड़ा गया था जिसे जैसे-तैसे बनवाया जा रहा है वो भी मानकों को ठेंगा दिखाकर। ऐसे में सवाल यह है कि जब सरकार ने इस्टीमेट में सारे मटेरियल का डाटा स्पष्ट कर दिया है और उसके लिए बजट भी स्वीकृत कर दी है तो सचिव और ग्राम प्रधान को पुरानी ईंट,पुराने टुकड़े लगवाने की आवश्यकता क्यो पड़ रही है।इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि भ्रष्टाचार का जबरदस्त खेल खेला जा रहा है और सरकारी रुपये की बंदरबाट की जा रही है जो नियम विरुद्ध और अपराध की श्रेणी में आता है। पंचायत सचिव से फोन पर जानकारी चाही गयी ,उनका फोन रिसीव नही हुआ। बीडीओ राहुल सागर ने बताया कि मानकों की अनदेखीऔर लापरवाही करने वाले जिम्मेदारों को किसी दशा में बक्शा नही जाएगा। जांचकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
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