
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन मंगलवार को हुआ। इस संगोष्ठी में देश-विदेश के विशेषज्ञों ने भाग लिया और 08 सत्रों में 72 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। संगोष्ठी के समापन सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने करते हुए कहा कि इस संगोष्ठी में हुए विचार-विमर्श और ज्ञान के आदान-प्रदान से पुस्तकालयों के संगठन और प्रबंधन में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। मुख्य अतिथि प्रो. अमर नाथ राय ने लाइब्रेरी प्रोफेशन से जुड़े प्रतिभागियों को अपने प्रेरक उद्बोधन से समृद्ध किया। उन्होंने लाइब्रेरी को और अधिक हाइटेक बनाने पर जोर दिया। संगोष्ठी में एलपीए नई दिल्ली द्वारा देश-विदेश में पुस्तकालय के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशेषज्ञों को अवार्ड दिए गए। सम्मान पाने वालों में प्रो. सोनल सिंह, डा. सुधीर कुमार जेना, रूची सिन्हा, मनीष मकेला, डा. दीपक श्रीवास्तव, डा. पीएन शर्मा और बबिता शामिल हैं। इस संगोष्ठी के दौरान 18 प्रकाशकों ने पुस्तक प्रदर्शनी लगाई। जो संगोष्ठी में आये अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी।
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