December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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हत्या के 10 दिन बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं हत्यारे, कहीं दुसरी हत्या की फिराक में तो नही!

सलेमपुर/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। देवरिया जिले के सलेमपुर थाना क्षेत्र के पिपरामोहन निवासी गरीब किसान भुआल कुशवाहा के करीब 60 वर्ष पुरानी पुश्तैनी मकान को पिपरामोहन के लेखपाल की मिली भगत से भूमाफिया खेत दिखाकर दबंगई के बल पर कब्जा करना चाह रहा था। मना करने पर परिजनों को व किसान भुआल के भतीजे गोविन्द मौर्य जो पत्रकार हैं समेत जान से मारने धमकी भी दिया था। जिसकी शिकायत किसान भुआल व परिजनों ने दिनांक 17/09/2022 से ही पुलिस अधीक्षक, देवरिया, थाना कोतवाली सलेमपुर, तहसील समाधान दिवस के साथ-साथ मुख्यमंत्री पोर्टल पर व पुलिस क्षेत्राधिकारी सलेमपुर को भी दिया। पुलिस व प्रशासन के संवेदनहीन रवैये से गत 9/10/2022 को भू माफिया गोलबंद होकर गरीब किसान भुआल कुशवाहा के घर पर आकर दुबारा जान से मारने की धमकी दिए। जिसकी शिकायत दिनाँक 11/10/2022 को पुलिस अधीक्षक देवरिया व जिले के अन्य अधिकारियों से किया।
परिजनों का कहना है कि उसी दिन शाम को सलेमपुर घर से अपने गावँ जाने के लिए निकले भुआल कुशवाहा के बेटे हरिकेश कुशवाहा को जान से मारकर उसकी लाश को तुरतीपार रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के किनारे पगडण्डी पर लिटा दिया।
जिसकी शिकायत करने पर हत्यारोपीयों के दबाव में पुलिस प्राथिमिकी दर्ज करने से टालमटोल करती रही। जब इसकी सूचना लखनऊ के राजनीतिक गलियारों तक पहुँची। तब पुलिस ने दिनांक 16/10/2022 को आधी रात को नामजद नागेन्द्र सिंह व रणवीर सिंह पुत्रगण रामअधार सिंह उर्फ शेर सिंह निवासी रामपुर बुजुर्ग, थाना सलेमपुर जिला देवरिया के खिलाफ धारा 302 व धारा 201 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया। मुकदमा पंजीकृत होते ही सलेमपुर के कोतवाल ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास ही शुरू किया ही था कि 24 घण्टे के अन्दर ही कोतवाल सलेमपुर व थानाध्यक्ष मईल का ट्रांसफर कर दिया गया।
ट्रांसफर किसके इशारे पर हुआ या किसके दबाव में हुआ या रूटीन प्रक्रिया के तहत हुआ ये तो आलाधिकारी जाने। पर जिस तरह की घटना शुरू से हो रही है उस हिसाब से तो मुकदमा दर्ज होने और हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने के 24 घण्टे के अन्दर दोनों थाना प्रभारियों का एक साथ ट्रांसफर होना बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है।
उधर हत्या के 10 दिन बीतने के बाद भी पुलिस हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं गरीब किसान भुआल कुशवाहा का कहाना है कि मेरे एक बेटे की हत्या तो करवा दिए अब क्या मेरी हत्या के इंतजार में बैठी है पुलिस।