February 5, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा: देवरिया में भूमाफियाओं का आतंक जारी

जनप्रतिनिधियों की शह और पुलिस की लापरवाही? भूमाफियाओं के निशाने पर ओबैद चिश्ती का मकान

देवरिया में भूमाफियाओं की दबंगई: प्रशासन पर भारी राजनीति का दबाव?

देवरिया पुलिस पर भूमाफियाओं का साया: मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों की उड़ी धज्जियां

देवरिया पुलिस का भूमाफियाओं से गठजोड़: कब तक चलेगा अन्याय का यह खेल?

देवरिया में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बावजूद दारोगा के शह पर भूमाफियाओं का हौसला बुलंद

भूमाफियाओं का संरक्षण देने का पीड़ित पुलिस पर लगा रहा गंभीर आरोप

रेलवे स्टेशन रोड पर पुलिस चौकी से महज 25 कदम पर एक दुकान पर दिनदहाड़े भूमाफियाओं ने कर लिया कब्जा पुलिस की चुप्पी पर उठ रहा सवाल

कानून-व्यवस्था के रखवाले ही अपराधियों का दे रहे साथ

मुख्यमंत्री की भूमाफियाओं पर कठोरतम कार्यवाही और कमर तोड़ने की मंशा के खिलाफ देवरिया पुलिस का रवैया

सवालों के घेरे में है रेलवे चौकी पर तैनात दरोगा

जिले के पुलिस प्रशासन और नवागत एसपी के अपराधियों पर नकेल कसने के प्रयासों पर लगा रहा विराम।

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा) न छुट्टी न कोई भीड़ भाड़ लोगो की आवाजाही के बाद भीड़ भरा इलाका व भूमाफियाओं को मिली 25 कदम दूर चौकी इंचार्ज की छूट पर लोगो में दहशत का माहौल लग रहा था पुलिस व कानून का उड़ रहा मखौल शनिवार, 18 जनवरी 2025 को करीब 1 बजे, स्टेशन रोड स्थित मकान में बनी दो दुकानों पर जिले के चर्चित भूमाफिओ की एक टीम के एक दर्जन चर्चित अपराधी प्रवृति के लोग आते है व साथ लाए कटर व हथौड़े से दुकान के मालिक के अनुपस्थिति में तोड़ डालते है लोग आवाज सुनकर भय भीत माहौल में चौकी के तरफ एक नजर एक नजर शोर शराबे के तरफ डालते है वहीं अपराधी प्रवृति के आए लोग असलहा लहराते लोगो को जाने को कहते है लोग आगे बढ़ जाते हैं पर 25 कदम के दूरी पर स्थित चौकी से कोई खाकी धारी होमगार्ड सिपाही व दारोगा नहीं आता तो लोगो ने समझ लिया की दारोगा जी की सहमति पर तोड़ने की कार्यवाही चल रही है लोग तो यहां तक कहने लगे की पुलिस पर सरकार का अंकुश ही खत्म होगया। लोगो का आरोप है कि उन्होंने हथौड़े और कटर से दुकान का शटर काटकर और ताला तोड़कर अंदर रखा सामान लूट लिया।
घटना की जानकारी जब मालिक को मिली तो उन्होंने तुरंत रेलवे चौकी प्रभारी के साथ कोतवाली पुलिस को फोन पर सूचना दी। जब समान की लूटपाट कर व्यवस्थित कर माफिया काबिज होगए तो मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज ने स्थिति को देखने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और वापस लौट गए। इस बीच, भूमाफियाओं ने खुलेआम दुकान में अपना कब्जा जमा लिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि भूमाफियाओं को किसी भी हाल में पनपने नहीं दिया जाएगा।बावजूद इसके, देवरिया में भूमाफियाओं को पुलिस का संरक्षण मिलता दिख रहा है।यह घटना इस बात का प्रमाण है कि जिले में पुलिस-भूमाफिया गठजोड़ सक्रिय है।साथ ही देवरिया पुलिस के इस रवैये ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, घटना के समय भूमाफिया न केवल रेलवे चौकी के आसपास जमा थे, बल्कि वहां से अपना काम बेखौफ अंजाम दे रहे थे। लोगों का आरोप है कि पुलिस, भूमाफियाओं के साथ मिली हुई है, और यही वजह है कि दरोगा ने मौके पर पहुंचने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, और देवरिया एसपी को ऑनलाइन ईमेल से शिकायत पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि, मेरा पैतृक मकान स्टेशन रोड गेट नंबर 1 के सामने स्थित है। 18 जनवरी को भूमाफिया दिनदहाड़े ताला और शटर तोड़कर सामान लूट ले गए। मैंने घटना की सूचना पुलिस को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब मुझे और मेरे किरायेदारों को जान-माल का खतरा है।

इस घटना के बाद स्टेशन रोड के व्यापारियों और स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि दिनदहाड़े हुई इस घटना ने पुलिस-भूमाफिया गठजोड़ की पोल खोल दी है। लोग सवाल कर रहे हैं कि अगर पुलिस खुद अपराधियों के साथ मिली हुई है, तो जनता अपनी सुरक्षा के लिए किस पर भरोसा करे?

नवागत पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, जिन्होंने देवरिया में पुलिस की सकारात्मक छवि बनाने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं, उनकी छवि भी इस घटना के कारण प्रभावित हुई है। उन्होंने भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था, लेकिन उनके ही अधीनस्थ अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देशों को अनदेखा करते हुए भूमाफियाओं का साथ देते नजर आ रहे हैं।

देवरिया में भूमाफियाओं का दुस्साहस लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसकी एक बड़ी वजह उनको जिले में मुख्यमंत्री की छवि को खराब करने की साहस रखने वाले सांसद और विधायकों से करीबी बताए जा रहे है। सूत्रों के अनुसार, ये भूमाफिया अपने राजनीतिक संपर्कों का इस्तेमाल कर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाते हैं, जिससे प्रशासन इनकी मनमानी पर आंखें मूंदे रहता है। हाल ही में, पीड़ित के पैतृक मकान पर जबरन कब्जे की कोशिश इसका जीता-जागता उदाहरण है। बताया जा रहा है कि भूमाफिया अब जनप्रतिनिधियों से अपनी नजदीकियां दिखाकर मकान पर पूरी तरह कब्जा जमाने की योजना बना रहे हैं। पुलिस की निष्क्रियता और भूमाफियाओं की साजिश ने यह साफ कर दिया है कि देवरिया में कानून-व्यवस्था पर राजनीति का दबदबा कायम है, और जनता के अधिकारों की रक्षा के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।

गौरतलब है कि इस घटना ने पुलिस की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है। जिले के लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एसपी विक्रांत वीर से इस मामले में कठोर कार्रवाई की उम्मीद कर रही है ताकि देवरिया पुलिस की छवि को बचाया जा सके और कानून व्यवस्था का पालन हो।