
बांसगांव/गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)। जिले के बांसगांव तहसील में राजस्व विभाग की लापरवाही से आम जनता की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है, लेकिन हाकिमों द्वारा कागजों में फर्जी निस्तारण करके शासन एवं प्रशासन को गुमराह करते हुए गलत ढंग से वाह वाही लूटी जा रही है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बांसगांव तहसील के संपूर्ण समाधान दिवस में लोगों के प्रार्थना पत्रों के रिसीविंग पर्ची भी नहीं दी जा रही है, जिससे वास्तविक स्थिति एवं आंकड़ों को सरकार से छुपाया जा सके। और यदि कुछ मामले आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज भी हो जा रहे हैं तो उनका घर बैठे बिना शिकायतकर्ता के संतुष्ट किए ही फर्जी निस्तारण कर दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बांसगांव तहसील के सोमही गांव निवासी दुर्गेश मिश्रा द्वारा विगत कई वर्षों से अपने पुश्तैनी भूमि धरी आराजी संख्या 120 में हो रहे अवैध अति क्रमण की लगातार शिकायत की जा रही थी जिससे खुन्दस खाकर तहसील प्रशासन उनके विपक्षियों से रिश्वत लेकर बिना किसी नोटिस के प्रार्थी की बाउंड्री तुड़वाकर उसके घर के रास्ते सार्वजनिक नाली निकलवा दिया । पूछने पर यह कहा गया कि आपका बाउंड्री पोखरी में है और आपके विरुद्ध धारा 67 की कार्रवाई कर दिया गया है, आश्चर्य है की प्रार्थी के दरवाजे पर स्थित उसकी पुश्तैनी चक आउट की जमीन आराजी संख्या 120 एवं पोखरी संख्या 203 को बिना सीमांकित कराये राजस्व विभाग द्वारा ग्राम प्रधान के पैसे व प्रभाव में आकर कुछ अराजक तत्वों के सहयोग से प्रार्थी की अनुपस्थिति में घर के रास्ते उसकी बाउंड्री तुड़वाकर जबरन सार्वजनिक नाली निकाल देना कहां तक उचित है। इस प्रकार तहसील प्रशासन द्वारा प्रार्थी को अपने ही जमीन से बेदखल करने का कुचक्र किया जा रहा है। उक्त के संदर्भ में प्रार्थी द्वारा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार एवं जिलाधिकारी गोरखपुर को प्रार्थना पत्र देकर बार-बार न्याय की गुहार किया जा रहा है, लेकिन आज तक प्रार्थी की समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है। सिर्फ कागजों में बाजीगरी दिखाते हुए मामले को निस्तारित कर दिया जा रहा है।
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