गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)
प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व चकबंदी आयुक्त भानु चंद गोस्वामी की मंशा है कि हर गांव का चौमुखी विकास किया जाए गांव का चौमुखी विकास तभी संभव है, जब गांव का चकबंदी हो सके। शासन स्तर पर 2023 में अनेक गांवों का चकबंदी कराने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था, लेकिन सहजनवा तहसील अंतर्गत खीरीडांड में चकबंदी समिति का गठन न होने से चकबंदी की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही थी। बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी शशिकांत शुक्ला के निर्देशन में चकबंदी अधिकारी धीरेंद्र जीत सिंह, चकबंदी अधिकारी माया शंकर सिंह, खीरीडांड गांव पहुंचकर सूझबूझ का परिचय देते हुए ग्राम सचिवालय खीरीडांड पर चकबंदी कमेटी गठन को लेकर खुली बैठक बुलाई, इस दौरान सैकड़ो किसान बैठक में सम्मिलित हुए। चकबंदी अधिकारी धीरेंद्र जीत सिंह ने चकबंदी के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि चकबंदी होने से किसान का विकास होता है। सभी बिखरे चक को एक स्थान पर कर दिया जाता है। चक तक पहुंचने के लिए चक रोड बनाया जाएगा, पानी के लिए नालियां बनाई जाएगी यह चकबंदी होने से हासिल होती है। चकबंदी अधिकारी के बातों को सुनकर ग्राम वासियों ने चकबंदी कमेटी गठन करने के लिए राजी हो गए। बैठक में सर्वसम्मति से ग्राम प्रधान खीरीडांड विजय कुमार निवासी डोमनडांड को चकबंदी समिति का अध्यक्ष घोषित किया, तत्पश्चात सर्वसम्मति से चकबंदी समिति के सदस्यों का चुनाव ग्रामवासियों ने त्रिवेणी ,जमुना उर्फ विश्वनाथ, माधुरी, अच्छेलाल, साबिर निवासी खीरीडांड को चुना। चकबंदी समिति के गठन हो जाने से चकबंदी की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण की जाएगी, जिससे गांव का चौमुखी विकास हो सकेगा। इस दौरान एसीओ, लेखपाल, कानूनगो ने अपनी अहम भूमिका निभाई।
More Stories
डीडीयू की महिला बास्केटबॉल टीम ने मणिपुर विश्वविद्यालय को हराया
जिला उद्योग बन्धु समिति एवं निर्यात प्रोत्साहन समिति की बैठक संपन्न
जनपद स्तरीय ग्रामीण खेल-कूद प्रतियोगिता संपन्न