
उतरौला /बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)
उतरौला मुख्य बाजार से अल्ला नगर, रसभरियों होते हुए फत्तेपुर गांव जाने वाला मार्ग अत्यंत जर्जर हो चुका है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री मायावती के शासनकाल में अल्ला नगर ग्राम पंचायत को अम्बेडकर गांव घोषित किया गया था, जिसके तहत इस मार्ग का निर्माण कराया गया था। हालांकि, बाढ़ के कारण सड़कें जगह-जगह से टूट गईं, और अब गड्ढों से भरी इस सड़क पर चलना ग्रामीणों के लिए मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से इस सड़क के पुनर्निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन न तो अधिकारियों और न ही जनप्रतिनिधियों ने इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया है। इस मार्ग की दुर्दशा का सबसे अधिक खामियाजा मरीजों, विशेषकर गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतरौला तक पहुंचने में काफी कठिनाई होती है। बरसात के मौसम में स्थिति और भी खराब हो जाती है, जिससे लोगों का आवागमन बेहद जोखिमपूर्ण हो जाता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार ज्ञापन देने और जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपनी समस्याओं को साझा करने के बावजूद कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। ग्रामीणों ने सरकार और संबंधित विभागों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत कराएं, ताकि उन्हें राहत मिल सके और बुनियादी सुविधाएं सुचारू रूप से प्राप्त हो सकें।
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