
बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत अनंत पीठ आश्रम में, योगीराज अनंत महाप्रभु की जयंती महोत्सव का तीन दिवसीय प्रभु श्रीराम कथा, भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर आश्रम के पीठाधीश्वर आजनेय दास महाराज द्वारा अनंत महाप्रभु के चित्र पर माल्यार्पण, पूजन किया गया। वही संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य द्वारा ध्वनि हनुमान चालीसा पाठ तथा बावन भगवान की कथा बृजराज उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस दिव्य अवसर पर विभिन्न जनपदों से आए हुए, कथावाचक द्वारा कथा कार्यक्रम को अग्रसर किया गया। बरेली से पधारे हुए श्रीराम कथा व्यास उमेश द्वारा कथा का शुभारंभ किया गया, इसी क्रम में श्याम नारायण शाही, अंगद प्रसाद द्विवेदी, ब्रजराज उपाध्याय मनमोहन शुक्ला, अनिल शास्त्री, सासाराम बिहार, हरि ओम शरण मऊ, विद्याभूषण महाराज छपरा बिहार,आदि द्वारा भक्तों को प्रभु श्रीराम कथा का रसपान कराया गया । कथा का रसपान कराते हुए अनिल शास्त्री ने कहा कि संसार में बिना गुरु के कुछ भी संभव नहीं हैं,क्योंकि गुरु भगवान से भी बड़े हैं। रामचरितमानस की चौपाइयों से उदाहरण देते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदासजी ने भी सर्वप्रथम मानस में गुरु वंदना की और गुरु की कृपा से संपूर्ण रामचरितमानस की रचना कर समाज के सामने प्रस्तुत किया। भक्तों अगर जीवन में लोक परलोक सुधारना है तो गुरु की शरण में जाएं, गुरु ही आपको भगवान से मिला सकता है। इसके अलावा कोई अन्य मार्ग नहीं जो आपको भगवान से मिला दे। गुरु शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि गु माने अंधकार रू का अर्थ प्रकाश जो जीवन में अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए उसे गुरु कहा जाता है । इस अवसर पर श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रेम शंकर पाठक, डॉक्टर किरण पाठक ,सावित्री राय, बलभद्र तिवारी ,वीरेंद्र तिवारी, डॉ महथ प्रसाद कुशवाहा, पूर्व प्राचार्य पीजी कॉलेज बरहज ,शिक्षक परशुराम पांडे सविता पांडे पुष्पा पांडे पीयूष मिश्रा अशोक शुक्ला अनमोल मिश्र सहित काफी , श्रद्धालु जन उपस्थित रहे, कथा मंच का संचालन पंडित विनय मिश्र ने किया।
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