Wednesday, October 29, 2025
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मुलायम सिंह के निधन के साथ ही समाजवाद युग का अंत


राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने शोक जताया
मुलायम सिंह ने कर्मचारी हित में लिए थे कई बड़े फैसले 
लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा)

देश के कद्दावर नेताओं में शुमार एवं धरतीपुत्र के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव का निधन समाजवाद को बहुत बड़ा झटका है। उनके निधन के साथ समाजवाद को आगे बढ़ाने वाले युग का अंत नजर आ रहा है। वे दलितों, पिछड़ों की आवाज थे। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में कई अहम फैसले लिए थे। 
यह बातें राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके व्यक्तिगत संबंध थे। मुलायम सिंह जब 1982 से 87 के बीच नेता प्रतिपक्ष थे, उस समय बलरामपुर अस्पताल में तैनाती के दौरान उनसे मुलाकात हुई थी। तबसे उनसे संबंध बराबर बरकरार रहा। श्री तिवारी ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बैंक से पेंशन दिलाने का महत्वपूर्ण निर्णय मुलायम सिंह ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में किया था। उसके पूर्व ट्रेजरी से पेंशन मिलती थी और सेवानिवृत्त कर्मचारी पेंशन के लिए सुबह से शाम तक इंतजार करता था। कर्मचारियों की पेंशन खाते में जमा करने का निर्णय मुलायम सिंह यादव ने ही किया था।  पांचवें वेतन आयोग में 50% महंगाई भत्ते को मूल वेतन में मर्ज करने का निर्णय भी मुलायम सिंह ने 2004 में  लिया था। 1996 तक के कर्मचारियों के विनियमितीकरण का निर्णय भी मुलायम सिंह ने ही लिया था। उनके मुख्यमंत्रित्व काल में कर्मचारी संगठन आंदोलन भी बहुत करते थे और कर्मचारी संगठनों के साथ लगातार संवाद भी होता था और उनकी समस्याओं का निराकरण भी होता था। 2001 तक के कर्मचारियों के नियमितीकरण का निर्णय 2010 में मायावती की सरकार में जरूर हुआ था लेकिन उसकी नियमावली भी 2016 में अखिलेश के कार्य काल में जारी की गई थी। अध्यक्ष श्री तिवारी ने मुलायम सिंह के निधन को देश और समाज के लिए तो अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा है इससे कर्मचारी समाज का भी बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया है कि मंगलवार को मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार में सैफई जाएंगे व संयुक्त परिषद की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उनके निधन पर महामंत्री निरंजन कुमार श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष नारायण जी दुबे, ओम प्रकाश पांडे, टी एन चौरसिया, संयुक्त सचिव अरुणा शुक्ला संगठन मंत्री राजेश श्रीवास्तव, हेमंत पाठक, अखिलेश सिंह, अर्पणा अवस्थी सहित संयुक्त परिषद के कई वरिष्ठ नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है ।

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