June 19, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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लोकसभा चुनाव खामोश मतदाता , जातिवादी चुनावी माहौल ने बिगाड़ा समीकरण

डॉ सतीश पाण्डेय व नीरज मिश्र की रिपोर्ट

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)।पूर्वी उत्तर प्रदेश के पिछड़े जिलों में शामिल महराजगंज का इतिहास बेहद समृद्ध रहा है। आजादी के बाद लोकसभा में यहां का पहला प्रतिनिधित्व शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता शिब्बन लाल सक्सेना ने किया। वह संविधान सभा के सदस्य भी रहे। इसके बाद अखिलेश सिंह , हर्षवर्धन, जितेन्द्र सिंह,सहित पंकज चौधरी भाजपा के टिकट से छः बार सांसद रहे जो जनपद के 19 लाख वोटर वाले महराजगंज संसदीय क्षेत्र में कुर्मी वोटरों की संख्या करीब तीन लाख है। महराजगंज संसदीय सीट के अंतर्गत फरेंदा, नौतनवां, सिसवा, महाराजगंज और पनियरा विधान सभा क्षेत्र आते हैं। जिले की आबादी 26.8 लाख है। यहां की औसत साक्षरता दर 52.86% है जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 63.81% और महिलाओं की साक्षरता
दर 41.25% है। स्‍थानीय मुद़दों में औद्योगिक विकास और मूलभूत संसाधनों की कमी है, विकास की धीमी गति शिक्षा और बेरोजगारी है। महाराजगंज, उत्तर प्रदेश लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। जिले का मुख्यालय महाराजगंज है। यह भारत-नेपाल सीमा के समीप स्थित है। यह जिला नेपाल के दक्षिण, गोरखपुर जिले के उत्तर, कुशीनगर जिले के पश्चिम सिद्धार्थ नगर के पूर्व और सन्त कबीर नगर जिले के उत्तर-पूर्व में स्थित है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह काफी महत्वपूर्ण स्थल है। ईटहियां शिव मंदिर, लेहड़ा मंदिर, महेशियन का विष्णु मंदिर, बोककड़ा देवी मंदिर, सोनाडी देवी मंदिर, सोहगी बरवां वाइल्ड लाइफ सेंचुरी यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। दिल्ली से महराजगंज की दूरी 857.8 किलोमीटर है।यही बात चुनावी माहौल पर करे तो जनपद मे पुरुष मतदाता 1023652,महिला मतदाता 891493 ,कुल मतदाता 1915408 हैं। जिसमे होने वाले लोकसभा चुनाव मे खामोश मतदाता , जातिवादी चुनावी माहौल ने समीकरण को बिगाड़ कर रख दिया है। इस बार लोकसभा चुनाव में मौजूदा सांसद पंकज चौधरी के अलावा इंडिया गठबंधन से कांग्रेस के विधायक वीरेंद्र चौधरी ,बसपा से मौसमे आलम ,और पूर्व सांसद कुवंर अखिलेश सिंह पूर्वांचल किसान यूनियन से चुनावी दंगल में आ रहे हैं जो कुर्मी बिरादरी के मतदाताओं के बटवारे व दलित, मुस्लिम जाति के वोट पर बसपा प्रत्याशी मौसमे आलम हावी हो रहें हैं तो वही नौतनवां व सदर तथा सिसवा मे अखिलेश सिंह के व्यक्तिगत वोट बैक का भी प्रभाव चुनावी महौल को झकझोर कर रख दिया है इसी प्रकार सभी प्रत्याशी की नजर समान्य वर्ग पर टिकी है। महराजगंज जनपद में सातवें चरण में होने वाले मतदान के लिए नामांकन 07 मई से शुरू हो जाएंगे। बताते चलें कि जनपद से नौवीं बार केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं इंडिया गठबंधन से कांग्रेस के विधायक वीरेंद्र चौधरी ताल ठोकते हुए नजर आ रहे हैं तथा पूर्व सांसद अखिलेश सिंह के भी चुनावी समर मे आने से माहौल गरम होता नजर आ रहा है।
वहीं, नामांकन को लेकर डीएम अनुनय झा ने बताया कि तैयारियां पूरी कर ली गई है। नामांकन स्थल से 100 मीटर की दूरी तक ही प्रत्याशी के साथ वाहन जा सकेंगे। इसके बाद प्रत्याशी को पैदल ही नामांकन कराने जाना होगा।प्रत्याशी के साथ अधिकतम पांच लोग ही जा सकते हैं. डीएम ने बताया कि मतदाता जागरूकता को लेकर अलग-अलग तरीके से अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।एक जून को ज्यादा से ज्यादा मतदान हो सके इसके लिए तैयारीयां की जा रही है।पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि 07 मई से होने वाले नामांकन को लेकर नामांकन स्थल पर 170 पुलिस कर्मियों को तैनात किए जाएगा। इसके अलावा नेपाल से सटी 84 किलोमीटर की सीमा पर भी मुस्तैदी रखी जाएगी। सीसीटीवी कैमरे से पूरी नजर रखी जाएगी। इसके अलावा अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की जाएगी।

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