डीएम ने मेंहदावल में बायो-सीएनजी सीबीजी संयंत्र की स्थापना हेतु भूमि चिन्हित कर शासन को भेजा प्रस्ताव
तहसील ख़लीलाबाद एवं धनघटा में पहले ही सीबीजी संयंत्र की स्थापना हेतु भेजा जा चुका है प्रस्ताव
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने जनपद की तहसील मेंहदावल में उप्र राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 के अन्तर्गत कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) संयंत्र की स्थापना हेतु जनपद में चिह्नित ग्राम सभा/सरकारी भूमि को अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत विभाग के पक्ष में उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में निदेशक, उप्र नवीन एवं नवीनीकरणीय उर्जा विकास अभिकरण को अवगत कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश प्रदेश सरकार द्वारा प्रख्यापित राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 के अन्तर्गत जनपद में कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) संयंत्र की स्थापना हेतु राजस्व विभाग के उल्लिखित व्यवस्था के अनुसार भूमि चिह्नांकित कर अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत विभाग, उप्र शासन के नाम पट्टे पर उपलब्ध कराना है।
उक्त जानकारी देते हुए जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि चिन्हित भूमि का सीबीजी प्लांट हेतु प्रस्ताव उप जिलाधिकारी, मेंहदावल द्वारा तहसील के विकास खण्ड सांथा में राजस्व ग्राम अमरहा के गाटा संख्या- 805, 249, 258, 245 (कुल क्षेत्रफल 23.779 एकड़) भूमि की प्रकृति श्रेणी 5-1 नवीन परती बंजर चिहिन्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि उप्र राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 के अनुसार 10 टन क्षमता के सीबीजी प्लांट के अनुसार ऊर्जा उद्यम की स्थापना एवं संचालन हेतु 10 एकड़ भूमि आवश्यक होगी। अतः 20-25 टन प्रति दिवस क्षमता के सीबीजी प्लांट हेतु वर्तमान में 23.779 एकड़ भूमि उपलब्ध करायी जा रही है। साथ ही संयंत्र स्थापना एवं संचालन हेतु आवश्यक भूमि के अतिरिक्त अन्य शेष भूमि पर निराश्रित गोवंशों के लिए गो-आश्रय स्थल एवं चारागाह बनाया जाना प्रस्तावित है जो सीबीजी प्लांट एवं निराश्रित गोवंशों के लिए उपयुक्त होगा। जिसके सम्बन्ध में भी निदेशक, उप्र नवीन एवं नवीनीकरणीय उर्जा विकास अभिकरण से पेट्रोनेट एलएनजी लि. नई दिल्ली को आवश्यक दिशा निर्देश देने की अपेक्षा जिलाधिकारी द्वारा की गयी है।
सीबीजी संयंत्र स्थापना हेतु उप जिलाधिकारी मेहंदावल के स्तर से उपलब्ध कराये गये प्रस्ताव को जिलाधिकारी द्वारा निदेशक, उप्र नवीन एवं नवीनीकरणीय उर्जा विकास अभिकरण को इस अनुरोध के साथ प्रेषित किया गया कि जनपद में 20-25 टन प्रति दिन क्षमता के कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र स्थापना की कार्यवाही राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग, उप्र से प्राप्त निर्देशों के क्रम में करने का कष्ट करें।
जनपद में इससे लगभग 250 करोड़ का निवेश आने की संभावना है। अभी हाल में ही 200 करोड़ की लागत का 20 टन प्रतिदिन क्षमता का बायो-सीएनजी का प्रस्ताव तहसील ख़लीलाबाद के ग्राम परजुडीह के लिए तथा 150 करोड़ की लागत का 15 टन प्रतिदिन क्षमता का बायो-सीएनजी का प्रस्ताव तहसील धनघटा के ग्राम बगही के लिए भी भेजा गया था। सभी को मिलाकर जनपद संतकबीर नगर में लगभग 500-600 करोड़ की लागत से कुल 60 टन प्रतिदिन क्षमता के तीन बायो-सीएनजी प्लांट बनने तय हो गए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि तीनों प्रस्ताव जल्द स्वीकृत होते ही सभी जगह कार्य प्रारंभ हो जाएगा और 18-24 महीने में कार्य पूर्ण हो जाएगा। इससे निश्चित रूप से जनपद में रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे साथ ही पराली इत्यादि बायो-वेस्ट का डिस्पोजल भी बेहतर होगा।
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