कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)
अपर जिला जज /सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रविकांत यादव ने बताया कि शनिवार राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशीनगर के तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ अशोक कुमार सिंह जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशीनगर के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस अवसर पर सुनील कुमार यादव, विशेष न्यायाधीश (एस०सी०/एस०टी०)/नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत, कुशीनगर, मो० राशिद अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश , मदन मोहन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रवि कान्त यादव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशीनगर, शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सत्य पाल सिंह प्रेमी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, प्रशान्त कुमार-II, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/एफ०टी०सी०-।।, दिनेश कुमार-II, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/एफ०टी०सी०-।, कविता सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कुशीनगर, विजय कुमार वर्मा-II, सिविल जज (एस0डी0), कुशीनगर स्थान पडरौना, रामेश्वर दयाल, सिविल जज (एस०डी०)/एफ०टी०सी० कुशीनगर स्थान पडरौना, अजीत कुमार मिश्र, सिविल जज (जू०डी०) कुशीनगर स्थान पडरौना, शान्तनु तनवार, न्यायिक मजिस्ट्रेट, कुशीनगर स्थान पडरौना,अंशुमान, प्रथम अतिरिक्त सिविल जज (जू०डी०) कसया-कुशीनगर तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशीनगर के कर्मचारीगण राधेश्याम प्रसाद, राजकुमार वर्मा, प्रदीप झा, विजय कुमार मिश्र, अमरनाथ यादव, रविन्द्र नाथ, मारकण्डेय यादव एवं सुधीर यादव, सफीना खातून पीएलवी आदि काफी संख्या में अधिवक्ता तथा वादकारीगण उपस्थित रहे। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों द्वारा कुल 126816 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें फौजदारी के 7757 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें जुर्माने के रूप में रूपया-144760=00 की धनराशि वसूल कर राजकीय कोष में जमा करायी गयी। राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित 66 क्लेम वादों का निस्तारण करते हुए मृतकों एवं घायलों के आश्रितों को रू0-49240000=00 (चार करोड़ बानबे लाख चालीस हजार) मुआवजा दिलवाया गया। पारिवारिक न्यायालयों द्वारा 14 वादों का का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक ऋण से सम्बन्धित वादों का प्री-लिटिगेशन स्तर पर बैंको द्वारा कुल 1564 बैंक ऋण वादों का निस्तारण करते हुए रू0-88973235=00 (आठ करोड़ नवासी लाख तीहत्तर हजार दो सौ पैतीस) टोकन मनी के रूप में ऋण धारियों से वसूल की गयी तथा 604 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।
इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 126816 वादों का निस्तारण किया गया।
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