Friday, December 26, 2025
Homeउत्तर प्रदेशकेंद्र सरकार के नीतियों के विरुद्ध माकपा का एक दिवसीय धरना

केंद्र सरकार के नीतियों के विरुद्ध माकपा का एक दिवसीय धरना

सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)l भारत की कम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्सवादी) ने देशव्यापी आह्वान पर सलेमपुर तहसील गेट पर धरना दिया धरने को संबोधित करते हुए का०प्रेमचंद यादव ने कहा की केंद्र सरकार द्वारा केरल व अन्य विपक्ष शासित राज्य के प्रति अपनाए जा रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार का भारत की कम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्सवादी) पुरजोर विरोध करती है । इन्होंने अपनी मांगों को रखते हुआ कहा की केरल सहित अन्य राज्यों को उनके करो और संसाधनों के तय हिस्से से वंचित करना केंद्र सरकार बंद करें ।
केंद्र सरकार पर राज्य सरकारों के उधार लेने की सीमा तय करने पर रोक लगनी चाहिए । केंद्र सरकार राज्य सूची के विषय में हस्तक्षेप करने के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाओं का उपयोग करना बंद करें।केंद्र सरकार विपक्ष द्वारा संचालित राज्य सरकारों के नेताओं को निशाना बनाने व परेशान करने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का दुरुपयोग करना बंद करें।
राज्य सरकारों के मामले में हस्तक्षेप करने के लिए राज्यपालों को अपनी संवैधानिक स्थिति का दुरुपयोग करना बंद करना चाहिए।राज्यपालों को कुलपति के पद का दुरुपयोग कर राज्य विश्वविद्यालयों के संचालन में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
राज्यपालों को राज्य विधानसभा द्वारा पारित कानून को दबाकर बैठने की बजाय उन्हें बिना देरी किए मंजूरी देनी चाहिए। इस सभा को संबोधित करते हुए कामरेड प्रेमचंद यादव ने कहा कि अभी जो देश की राजनीतिक हालात है वह बहुत ही बुरी व अलोकतांत्रिक तरीके से विपक्षीय शासित राज्यों के मुखियाओं को किसी न किसी तरीके से ईडी सीबीआई के जांच के द्वारा फसाने का काम किया जा रहा है। आपने देखा होगा अभी बिहार की राजनीति में पलटू राम को बिहार के राज्यपाल ने नीतीश कुमार के तुरंत इस्तीफा के बाद 2 घंटे के अंदर भाजपा गठबंधन सरकार को बिहार में सरकार बनाने के लिए तुरंत न्योता दे दिया ।लेकिन ठीक वही झारखंड के में हेमंत सोरेन के इस्तीफा के बाद 30 घंटे तक सरकार बनाने के लिए न्योता नहीं दिया गया राज्यपाल के द्वारा
इससे यह सिद्ध होता है की जो राज्यपालों का संवैधानिक पद है वह गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है । इस सभा को संबोधित करते हुए कामरेड बालेंद्र मौर्य ने कहा कि आपने देखा कि विपक्षी शासित प्रदेश जो विधानसभा के अंदर कानून को बनाते हैं उस कानून को राज्यपाल के द्वारा दबाने का काम किया जाता है लगातार केरल सरकार में राज्यपाल की भूमिका असंवैधानिक रही है । अभी आपने चंडीगढ़ का मेयर का चुनाव देखा किस तरीके से गठबंधन के वोटो को अनवैलिड करार दिया गया ।और भाजपा के पास मत कम होने के बाद में भी वहां का मेयर बना दिया गया सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यह लोकतंत्र की हत्या है इस लोकतंत्र की हत्या भाजपा सरकार तो कई दिनों से करते आ रही है ।सभा में का राम छोटू चौहान हरे कृष्णा कुशवाहा संजय कुमार गौड़ सुशील कुमार यादव आदि साथी उपस्थित रहे ।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments