
सिकंदरपुर/बलिया (राष्ट्र की परम्परा)
दुहा बिहरा गांव निवासिनी गगजली देवी पत्नी स्वर्गीय गौरी शंकर राजभर के रिहायसी झोपड़ी में शुक्रवार रात्रि को अचानक आग लग गई परिवार के सभी सदस्य रियासी झोपड़ी में सो रहे थे, ठंड इतना था कि जब उनके शरीर का कपड़ा जलने लगा तब लोग जगे। किसी तरह से अपना जान बचा करके रियासी झोपड़ी से भगे और शोर मचाने लगे, ग्रामीण सब लोग अपने घरों में सो रहे थे कुछ लोग मौके पर पहुंचे और तुलु पंप चालू करके आग पर काबू पाए, आग लगने की सूचना किसी ने थाना अध्यक्ष सिकंदरपुर के सरकारी नंबर पर दिया वह भी उसी रात को पहुंचे तब तक आग पर काबू पा लिया गया था। शनिवार की सुबह उप जिला अधिकारी सिकंदरपुर रवि कुमार पासवान के द्वारा लेखपाल सौरभ यादव, कानूनगो उमा शंकर राम को छति आकलन के लिए मौके पर भेजे।पशु चिकित्सालय नवानगर के प्रभारी डॉक्टर रामजी सिंह यादव के द्वारा बकरी और गाय का पोस्टमार्टम किया गया। आग लगने से गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया है आग बुझाने में बगल के पड़ोसी राम प्रसाद राजभर का दोनों हाथ जल गया है। पूर्व प्रधान दिनेश राजभर के द्वारा आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई।
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