
गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)
तत्कालीन एडीजी जोन गोरखपुर/पुलिस कमिश्नरेट कानपुर नगर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार हंसमुख स्वभाव के धनी अपने कार्यालय में पहुंचने वाले किसी भी फरियादी को निराश न करने वाले कुमार का गुरुवार को पुलिस लाइन व्हाइट हाउस सभागार में आईजी रेंज गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे रविंदर गौड के नेतृत्व में, राजपत्रिक अधिकारियों द्वारा विदाई किया गया। जिसमे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर, पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई, सहायक पुलिस अधीक्षक / क्षेत्राधिकार कोतवाली अंशिका वर्मा, पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक अपराध इंदु प्रभा सिंह, पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक श्याम देव, पुलिस अधीक्षक मंदिर सुरक्षा अनुराग सिंह सहित जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारीगण मौजूद रहे।
एडीजी के कार्यों को गति प्रदान किया गया तो गोरखपुर
अब अपराध करके बदमाश बच नहीं पाएंगे और बेगुनाह सजा नहीं पाएंगे, यह सब एडीजी अखिल कुमार के आपरेशन त्रिनेत्र से संभव हो पाया है। इस अभियान का हिस्सा रहा कि सभी चौराहों और घर-घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। अखिल कुमार गोरखपुर में सुरक्षा और अपराध को रोकने के लिए कई अभियान चलाए इसमें अपरेशन त्रिनेत्र एक ऐसा अभियान है,पास गंदगी देख वह खुद पुलिस अफसरों के साथ सफाई अभियान की शुरूआत की, जिसके बाद शहर के कई इलाकों में यह अभियान चलता रहा। अखिल कुमार के तबादले की जानकारी मिलते ही मंगलवार की सुबह से शाम तक शहर के तमाम लोग सिर्फ मिलने पहुंचे बल्कि उनके कार्यों की सराहना भी की गई। अखिल कुमार के 3 साल के कार्यकाल में एडीजी
जां अपरेशन त्रिनेत्र ( त्रिनेत्र हिट एम्बेसडर, ग्रामीण त्रिनेत्र, एप
अखिल कुमार ने पेश किया मिशाल। त्रिमित्र मित्र (हर घर पब्लिक अप्रुवल रेटिंग (पीएआर) सिस्टम, इसमे जनता से पुलिस का फीडबैक लिया, यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेते हुए आवश्यक सुधार
गोरखपुर में अपने अनोखे अंदाज और अभियान के लागू कराए। बीट सिस्टमरू इसके अंतर्गत बीट पुलिस का मजबूत किया गया।
इनकी सफल कामयाबी पर सूबे के मुखिया आदित्यनाथ ने मुहर लगायी और उसके बाद में सरकार ने उसे हर जिले लागू भी किया। अखिल कुमार ने एक तरफ प्रदेश को तीसरी आंख दी वहीं दूसरी तरफ भारत-नेपाल बर्डर को कवच से सुरक्षित भी किया है। एडीजी अखिल कुमार अपने अलग अंदाज के लिए गोरखपुर में हमेशा याद किए जाएंगे। गोरखपुर जोन में 11 जिले हैं, जहां भी कोई बड़ी घटना होती थी वहां अखिल कुमार तत्काल पहुंचते थे, उस घटना का खुलासा तत्काल करने के लिए रणनीति बनाने में जुट जाते थे। कम ही समय में वह गोरखपुर की जनता, व्यापारी सहित विभिन्न संगठनों व कार्यकर्ताओं के भी दिल में बस गए थे। आपरेशन त्रिनेत्र के तहत वह घर-घर भी पहुंचकर कैमरे लगवाने वाले लोगों को सम्मानित करते थे। यही नहीं राजघाट पुल के पास रामघाट के और इससे महिला पुलिस कर्मियों को भी जोड़ा गया । आपरेशन सुदर्शन नशे की लत छुड़ाने और ड्रग्स सप्लायरों पर कार्रवाई,
आपरेशन तमंचा अवैध असलहों और कारतूस का स्त्रोत पता लगा लगाने के लिए चलाया अभियान। आपरेशन 117- भूमि विवाद से संबंधित मामलों में सख्ती से
निपटने के लिए चलाया गया अभियान अपरेशन ब्रह्मास्त्र-नवीनतम तकनीक के साथ कदमताल करते हुए अपराधियों की निगरानी के लिए किया गया, प्रयोग कवच योजना उत्तर प्रदेश के नेपाल राष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिक्रमण से बचाव के लिए चलाया गया। ग्राम प्रहरी के संबंध में पुलिस कार्यप्रणाली में इनके महत्व
रेखांकित करते हुए उनके प्रति सम्मानजनक व्यवहार करने को प्रेरित करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया गया। फरियादियों को अभिवादन के संबंध में थाने पर आने वाले फरियादियों/आगंतुकों को नमस्ते करके होता रहा। उनका स्वागत करने की व्यवस्था प्रारंभ की गई विभाग के अंदर के
खेलों को प्रोत्साहन शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सुरक्षा के कार्य के अनि लिए मोहल्ला स्वच्छता एवं सुरक्षा समितियो का गठन किया गया, अगर इसे आगे भी जारी रखा गया तो अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में पूर्ण रूप से कारगर साबित होगा।
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