
सेनानी भवन के सभागार में सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के कार्यक्रम में शामिल हुए वक्ता
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। सेनानी भवन के सभागार में मंगलवार को शहीद ऊधम सिंह की 134 वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सेनानी उत्तराधिकारियों ने शहीद ऊधम सिंह के बलिदान पर अपने विचार रखे। संगठन के संरक्षक अनिल त्रिपाठी ने कहा कि जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी जनरल माइकल ओ डायर को 21 साल बाद उन्होंने लंदन जाकर उसकी हत्या कर अपनी बहादुरी तथा दृढ़ संकल्पित होने का परिचय दिया, और भारतीय स्वाभिमान की रक्षा की। संगठन के प्रदेश कार्यवाहक महामंत्री रमेश कुमार मिश्र ने कहा कि मोटी किताब में छिपा कर ऊधम सिंह अपनी पिस्तौल लेकर गये थे और हत्या कर घटना स्थल से वो भागे नहीं बल्कि स्वयं गिरफ्तारी दी। समाजसेवी पवन सिंह ने कहा कि 31 जुलाई 1940 को पेंटनविला जेल में ऊधम सिंह को फांसी दी गई, उनकी फांसी से देश के युवा स्वतंत्रता के प्रति ज्यादा उदे्ल्लित हुए। अन्त में सभी सेनानी उत्तराधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि जलियांवाला बाग काण्ड का बदला हजारों मील दूर उनके ही देश में जाकर लेना अपने में अदम्य साहस का परिणाम है,हम सब देशवासियों को उनका बलिदान प्रेरणा देता रहेगा।
इस अवसर पर जाहिर अली,जग राम,असगर अली, दिनेश मिश्र, विनोद त्रिपाठी, अभिषेक द्विवेदी, राहुल चौधरी सहित तमाम राष्ट्र भक्त नागरिक मौजूद रहे।
