संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। गेहूं की बुआई अंतिम चरण में है और पहले बोई गई गेहूं के सिंचाई का भी समय हो गया है। परंतु जिले के किसी भी साधन सहकारी समिति में एक भी बोरी यूरिया अभी तक नहीं है। जिससे किसान परेशान हैं। साधन सहकारी समिति बेलहर व रमवापुर में गत महीनों से यूरिया नहीं आयी है।
इन समितियों के सचिवों का कहना है कि एलाटमेंट होने के बाद भी पीसीएफ यूरिया नहीं दे रहा है। जबकि हम एक महीने से प्रयासरत हैं। यदि माह में दो बार यूरिया की खेप उपलब्ध हो जाय, तो किसानों की कुछ समस्या हल हो जाएगी पर हम खुद परेशान हैं, क्योंकि किसानों को हमें झेलना पड़ता है।
क्षेत्रीय किसानों के किसान का कहना है कि सरकारी दुकानों पर यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है। परंतु निजी दुकानदार ₹ 400 प्रति बोरी की दर से यूरिया बेच रहे हैं।
इन निजी दुकानदारों को यूरिया कहां से मिल रही है बड़ा प्रश्न है? किसानों की माने तो विगत सात बर्षों में पहली बार यूरिया की किल्लत हो रही है।
किसानों ने शासन-प्रशासन से साधन सहकारी समितियों पर यूरिया उपलब्ध कराने की मांग की है।
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