कमजोर वर्गों के लिए थे मसीहा
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)
स्थानीय खरजरवा स्थित कलिंद इंटर कॉलेज पर भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का 68 वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्पार्चन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उक्त अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकारों में से एक थे। वैसे तो संविधान लिखने वाली सभा में कुल 299 सदस्य थे लेकिन डॉक्टर अंबेडकर उनमें से मुख्य थे। इसीलिए डॉक्टर अंबेडकर को संविधान का शिल्पकार कहा जाता है। डॉ अंबेडकर भारत के गरीब, दलित, कमजोर वर्ग के लिए एक मसीहा के रूप में माने जाते थे गरीबों के हक के लिए हमेशा आवाज उठाते रहते थे। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों सहित विद्यालय के अध्यापक श्रीनिवास सिंह, रामायण मणि कमलेश सिंह, संदीप कुमार मल्ल, दिलीप यादव आदि विशेष रूप से मौजूद रहेl
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