
6000 से अधिक निराश्रित गायो को किया जाएगा संरक्षित
31 दिसम्बर तक शतप्रतिशत निराश्रित गोवंशों को अश्रय स्थलों में संरक्षित करें-धर्मपाल सिंह
शाहजहाँपुर(राष्ट्र की परम्परा)
यूपी मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में, निराश्रित गोवंशों के सरक्षण हेतु बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान मंत्री ने कहा कि निराश्रित गोवंश सरक्षण सरकार की प्राथमिकता है, शासन इसके प्रति गंभीर है। उन्होने सख्त निर्देश दिये कि 01 जनवरी, 2024 से कोई भी गोवंश सड़को पर न दिखे, 31 दिसम्बर तक शतप्रतिशत निरश्रित गोवंशों को आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाये। यदि गाये सड़को पर निराश्रित पायी गयी तो संबधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होने कहा कि 31 दिसम्बर तक विशेष गो संरक्षण अभियान के दौरान जनपद में 6000 से अधिक निराश्रित गायो को संरक्षित किया जायेगा। संरक्षण उपरान्त सड़क पर मिलने वाली गायों को काजी हाउस में भिजवाने हेतु निर्देश दिया। उन्होने कहा कि काजी हाउस का खर्च तथा किसान का नुकसान सम्बन्धित से वसूल किया जायेगा। उन्होने समस्त ब्लाक प्रमुखो को गोशालाओं के ठीक प्रकार से रखारखाव की जिम्मेदारी दी। मंत्री ने समस्त गोआश्रय स्थलों में भूसा, चारा, पानी, प्रकाश व्यवस्थ हेतु मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये। उन्होने गोवंश बहुल क्षेत्रों को चिन्हित करने हेतु भी निर्देशित किया। उन्होने गायो के गोबर का भी सही उपयोग करने हेतु निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गाय में 33 करोड़ देवी देवता निवास करते है, गाये करुणा की प्रतीक है। उन्होने बताया कि देशी गायों में भ्रूण प्रत्यारोपण के माध्यम से गायों की नस्लों में सुधार किया जाएगा। इससे दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा और पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी होगी। कहा कि ज्यादातर देशी गाय कम दूध देती हैं। इसलिए जब गाय दूध देना बंद कर देती हैं तो पशु पालक उन्हें बेसहारा छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि अब देशी गायों का भ्रूण प्रत्यारोपण के जरिए ज्यादा दुधारू बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि देशी गाय का दूध अमृत के समान है, साथ ही उन्होने लघु पशुपालक के लिए दस बकरी और एक बकरा पालने के लिए योजना के बारे में जानकारी दी। जिसमें किसान को 17 हजार खर्च करने होंगे। बाकी 90 प्रतिशत ऋण मिलेगा तथा 50 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन तीन करोड़ अंडों की जरूरत है और सिर्फ एक करोड़ अण्डों का उत्पादन ही हो पाता है, जिसको पूर्ति करने के लिए मुर्गी पालन की योजना भी है। इससे किसानों की आय दोगुनी होगी बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने भी अपने क्षेत्रों में गोवंश संरक्षण हेतु आश्रय स्थल निर्माण कराये जाने की मांग की विधायक कटरा, वीर विक्रम सिंह प्रिंस द्वारा जैतीपुर में वृहद गोआश्रय स्थल बनाये जाने हेतु स्वीकृति की मांग की गयी। प्रतिनिधि लोक निर्माण विभाग विनीत मिश्रा ने भी वि.ख बझेडा़ में वृहद गोसंरक्षण तथा प्रत्येक ब्लाक में एक-एक गों सरंक्षण बनाने हेतु मांग की। मंत्री ने कहा कि उपलब्धता के अनुसार जल्द अन्य गो संरक्षण केन्द्रो का निर्माण भी कराया जाये, जिससे निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया जा सकें। बैठक के दौरान महापौर अर्चना वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव, विधायक कटरा वीर विक्रम सिंह, विधायक जलालाबाद हरी प्रकाश वर्मा, मंत्री प्रतिनिधि लोक निर्माण विभाग विनीत मिश्रा, सीडीओ एसबी सिंह, डीडीओ पवन कुमार सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी घनश्याम सागर सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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