जनसामान्य के शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें सम्बंधित विभागीय अधिकारीगण: डीएम
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में खलीलाबाद तहसील सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता द्वारा जनपद में सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था से सम्बंधित प्राप्त जन शिकायतों की सुनवाई की गयी।
जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने प्राप्त शिकायतों को निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त प्रकरणों/शिकायतों को अधिकारीगण सम्बंधित कर्मचारियों के साथ मौके पर जा कर शिकायतकर्ता का पक्ष सुनते हुए उसका निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विवाद के मामलों में शिकायत का निस्तारण होने की दशा में सहमति पत्र पर दोनो पक्षों का हस्ताक्षर होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि फरियादियों की शिकायतों का त्वरित निस्तारण और शिकायतकर्ता की संतुष्टि के प्रति सरकार बेहद संवेदनशील हैं, इसमें किसी भी प्रकार लापरवाही न किया जाये। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजन में भूमि विवाद/अतिक्रमण की शिकायतों पर राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया कि राजस्व निरीक्षक, लेखपाल तथा पुलिस कर्मियों को मौके पर भेजकर स्थलीय निरीक्षण करते हुए नियमानुसार निस्तारण किया जाए।
संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रकरणों की गंभीरता से जांच की जाय साथ ही जबाबदेह लोगों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर 10 प्रतिशत प्रकरण ऐसे होते है जिसकी शिकायत लेकर कई बार शिकायतकर्ता यह कहते है कि उनकी शिकायत का निस्तारण नही हो रहा है अथवा उनको सुना नही गया है अथवा गुणवत्तापरक निस्तारण नही किया गया है, जो अत्यन्त ही आपत्तिजनक है।
जिलाधिकारी ने इस संबंध में समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जन शिकायतों का निस्तारण प्रत्येक दशा में निष्पक्षता, समयबद्धता, पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित करें, प्रत्येक प्रकरण की जांच के समय शिकायतकर्ता का पक्ष अवश्य सुना जाए तथा सभी तथ्यों की भॅलिभॉति जांच करने के उपरान्त ही प्रकरण का निस्तारण नियमानुसार सुनिश्चित किया जाए।
खलीलाबाद तहसील में विभिन्न संदर्भों से संबंधित कुल 50 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिलाधिकारी द्वारा शिकायतों/प्रार्थना पत्रों को सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को साैंपते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
कानून व्यवस्था से संबंधित मामलों की सुनवाई पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता द्वारा किया गया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों/थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि जमीन सम्बंधित प्रकरण को गम्भीरता से पुलिस एवं राजस्व विभाग की टीम बनाकर दोनो पक्षों का व्यान लेते हुए नियमानुसार निस्तारित किया जाए तथा निस्तारण की पत्रावली को संरक्षित किया जाए। प्रत्येक मामले में मौके पर जाकर कार्यवाही की जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि प्रत्येक दशा में पीड़ित को न्याय मिले। उन्होंने पुलिस अधिकारियों/थानाध्यक्षों को प्रत्येक प्रकरण में त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रकरणों को समय सीमा के अन्दर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 रामानुज कन्नौजिया, प्रभागीय वनाधिकारी पीके पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी सुरेश कुमार केसरवानी, उप जिलाधिकारी सदर शैलेश कुमार दूबे, पुलिस क्षेत्राधिकारी दीपांशी रौठौर, परियोजना निदेशक संजय नायक, डीसी मनरेगा प्रभात द्विवेदी, नायब तहसीलदार सेमरियांवा सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं सम्बंधित अधिकारी, राजस्व कर्मचारी, लेखपाल आदि उपस्थित रहे।
इसी क्रम में मेंहदावल तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की सुनवाई मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न मामलों से सम्बंधित एक-एक कर फरियादियों के समस्याओं को सुनते हुए सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी को मामले के त्वरित निस्तारण का निर्देश दिया। तहसील मेंहदावल में कुल 72 प्रार्थना पत्र आये जिसमें से मौके पर 03 प्रार्थना पत्रों का निस्तारण कर शेष प्रार्थना पत्रों को सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को हस्तांतरित करते हुए अबिलम्ब निस्तारण कराये जाने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मेंहदावल अरूण वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी अम्बरीश भदौरिया, नायब तहसीलदार हरेराम यादव सहित तहसील से सम्बंधित राजस्व अधिकारी/कर्मचारी एवं लेखपाल आदि उपस्थित रहे।
इसी क्रम में धनघटा तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की सुनवाई उप जिलाधिकारी उत्कर्ष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। उन्होंनेे विभिन्न मामलों से सम्बंधित फरियादियों के समस्याओं को सुनते हुए सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी को मामले के त्वरित निस्तारण का निर्देश दिया, उन्होंने कहा कि मामलों के निस्तारण में स्थलीय जांच एवं अन्य कार्यवाही आदि के दौरान अधिकारीगण शिकायतकर्ता के साथ अच्छा व्यवहार करें तथा दोनो पक्षों की पूरी बात को अवश्य सुनें क्योकि शिकायतकर्ताओं/फरियादियों की संतृष्टि ही समस्या के निस्तारण का मुख्य लक्ष्य है।
धनघटा तहसील में विभिन्न संदर्भों से संबंधित कुल 52 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये, जिसमें से 03 प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारित कर अवशेष 49 प्रार्थना पत्रों को सम्बंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश उप जिलाधिकारी द्वारा दिये गये।
इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी बृजेश सिंह, तहसीलदार धनघटा योगेन्द्र कुमार पाण्डेय सहित तहसील के अन्य राजस्व कर्मचारी एवं लेखपाल आदि उपस्थित रहे।
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