
देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अशोक कुमार दूबे द्वारा, वन स्टाप सेण्टर का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा वन स्टाप सेन्टर में आने वाली पीड़ित महिलाओं एवं बच्चियों की समस्याओं के निवारण के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा की गयी।
वन स्टाप सेन्टर पर लम्बित प्रकरणों में पीड़िताओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं स्वास्थ्य तथा उनको दी जा रही अन्य चिकित्सीय सुविधाओं, पुलिस सुरक्षा, कानूनी सलाह व अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी ली गयी। वन स्टॉप सेंटर के प्रपत्रों के निरीक्षण के दौरान केंद्र प्रबंधक नीतू भारती को प्रपत्रों को व्यवस्थित रूप से नही रखने तथा उसका सही रूप से पत्राचार नही किये जाने पर नाराजगी ब्यक्त की गयी। उन्होंने कहा कि पीड़िताओं के प्रति लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होंने वन स्टाप सेंटर की केन्द्र प्रबन्धक नीतू भारती को निर्देशित किया कि, महिला और बच्चियों जिनको विधिक सहायता की आवश्यकता हो। उनके मामले को चिन्हित कर अधिक से अधिक संख्या में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के कार्यालय में सूचित करें। ताकि उनकों विधिक सहायता दी जा सकें। उन्होंने बताया कि बालिकाओं के साथ भेदभाव एक महत्वपूर्ण समस्या हैं जो शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल, सुरक्षा, सम्मान, बाल विवाह आदि में असमानता जैसे कई क्षेत्रों में फैली हुई हैं। इस संबन्ध में बेहतर प्रयास किया जाना चाहिए। इस विषय में व्यापक प्रचार-प्रसार जागरूकता शिविर व पेम्प्लेट आदि के माध्यम से किये जाने हेतु वन स्टाप सेंटर की केन्द्र प्रबन्धक को निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान बाल संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी केन्द्र प्रबन्धक वन स्टाप सेण्टर नीतू भारती, मनोवैज्ञानिक मीनू जायसवाल, सहायक चांदनी मिश्रा,दीक्षा सिंह, मंशा, महिला सुरक्षाकर्मी शीतल , किरण तथा अन्य लोग उपस्थित रहे।
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