November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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देवरिया की घटना के बाद से भूमि विवाद पर पुलिस व जिला प्रशासन गंभीर

12 साल पहले हुई थीं एक साथ 10 हत्याएं, महराजगंज मे भूमि विवाद के 731 मामले चिह्नित

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। देवरिया जिले के फतेहपुर कांड ने जिले में 12 साल पुरानी डिगही कांड की यादों को ताजा कर दिया है। ग्राम प्रधान की हत्या के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने एक ही परिवारों के नौ लोगों को घर में जिंदा जला दिया था जिसमे मरने वालों में पांच बच्चे, दो महिलाएं व दो पुरुष शामिल थे। भूमि विवाद में देवरिया जैसे कांड की पुनरावृत्ति जिले में न होने,रोकथाम रजिस्टर में पर्याप्त छानबीन व पूछताछ के बाद ऐसे लोगों के नाम का पंजीकरण किया जा रहा है, जिनसे गांवों में पुलिस ग्राम चौपाल लगा रही हैं । गांवों में शांति भंग न हो इसके लिए पुलिस चौकन्ना है। एसपी के निर्देश पर जिले के सभी ग्राम पंचायतों में भूमि विवाद के मामले चिह्नित किए जा रहे हैं। दोनों पक्ष से संवाद कायम कर पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। जिले में भूमि विवाद के मामलों को लेकर पुलिस-प्रशासन बेहद गंभीर है। आईजीआरएस, जन सुनवाई, समाधान दिवस, ग्राम चौपाल में भूमि विवाद के मामले पांच श्रेणियों में चिह्नित किए जा रहे हैं। रजिस्टर में उनका ब्यौरा अपलोड किया जा रहा है। पुलिस कार्यालय के मुताबिक जनवरी से अब तक भूमि विवाद से जुड़े करीब 731 मामले चिन्हित है। इसमें पिछले सितंबर माह में थानावार भूमि विवाद से जुड़े 117 मामले चिन्हित हुए हैं। इसमें कोतवाली में 14. कोठीभार में 13, पनियरा व सिन्दुरिया में 12-12 कोल्हुई व चौक में 8–8, भिटौली व श्याम देउरवा में 6-6 निचलौल, बरगदवा व बृजमनगंज में 5-5 घुघली, पुरन्दरपुर व फरेंदा में 4-4 सीओ सदर कार्यालय में 3. ठूठीबारी व परसा मलिक में 2-2, सीओ नौतनवा कार्यालय, सीओ फरेंदा, नौतनवा थाना व सोहगी बरवा थाना में एक-एक भूमि विवाद चिन्हित है। सभी संवेदनशील गांवों में ग्राम व मिशन शक्ति चौपाल का आयोजन शुरू करा दिया गया है।
डिगही कांड प्रकरण में ग्राम प्रधान सहित 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य घटना के पीछे डिगही में साढ़े सात एकड़ भूमि को लेकर ग्राम प्रधान दीनानाथ सिंह मंगलवार को ठूठीबारी कोतवाली पुलिस और दूबे परिवार के बीच विवाद को बताया गया था। इस भूमि को दूबे परिवार के लोग जोतते बोते चले आ रहे थे। उसी दौरान कप्तानगंज,कुशीनगर निवासी एक व्यक्ति के नाम भूमि दर्ज हो गया था। इसी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया और कोर्ट में मुकदमा चल रहा था। 11 मार्च2021 को एक पक्ष के बाद ग्राम प्रधान की हत्या कर दिया था उसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने घर मे आग लगा दिया। घर में ही नौ लोगों की झुलसकर मौत हो गई। इसमें दो पुरुष, दो महिलाएं और पांच बच्चे शामिल थे। इसके बाद इस गांव के सैकड़ों लोग इस घटना में लिप्त होने का मुकदमा झेल रहे हैं जो आज भी साढे सात एकड़ भूमि परती पड़ी हुई है। अभी भी इस भूमि को लेकर उच्च न्यायालय और अन्य न्यायालयों में मुकदमा चल रहा है।
जिसको लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा डिगही समेत अन्य संवेदनशील गांवों में भ्रमण कर लोगों से संवाद कायम की।इंडो-नेपाल बार्डर के सीमावर्ती गांवों में ऑपरेशन कवच से निगरानी इंडो-नेपाल बार्डर से सटे जिले के दो सौ से अधिक ग्राम पंचायतों में तस्करी व विवाद की सभी आशंकाओं पर निगरानी के लिए पुलिस को निर्देश दिया गया है।