July 7, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

छात्राओं द्वारा विज्ञान,लोक कला व गृहशिल्प कला प्रदर्शित

प्रदर्शनी में दिखी भारत की संस्कृति

रुपईडीहा/बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। आचार्य रमेशचंद्र गर्ल्स इण्टर कालेज रूपईडीहा, बहराइच में छात्राओं द्वारा एक विज्ञान,लोक कला, गृह शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। प्रदर्शनी में छात्राओं देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, वेश-भूषा, भाषा, गायन व नृत्य को प्रदर्शित किया। प्रदर्शनी में छात्राओं ने न्यायालय, ताजमहल, लाल किला, इंडिया गेट, गांव एवम शहरों के मकान आकृति, दर्पण, समुंद्र दृश्य, तरह तरह के फूलों की व पराग कण आकृति, पौधो की संवेदनशीलता, विज्ञान से संबंधित पवन चक्की, आकाशीय पिण्ड, सोलर प्लांट, सेटेलाइट, प्रकाश का प्रकीर्णन, अंतरिक्ष चित्र, शरीर अंग, खगोल विज्ञान के अनेक मॉडल, गृह निर्माण में मिट्टी से निर्मित वस्तुओं की परिसज्जा, फूलदान की सज्जा, शीशे की सज्जा के विभिन्न डिजाइनों को प्रस्तुत करके सभी का मनमोह लिया।छात्राओं ने देश के सभी प्रान्तों में निर्मित वेश-भूषा तथा वहां की पारंपरिक व्यंजनों को प्रस्तुत किया। विशेष रूप से श्री रामजन्म भूमि मन्दिर एवम सर्व धर्म संभाव एक साथ मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, गिरिजाघर का माडल बनाकर भारत की संस्कृति को प्रदर्शित किया। छात्राओं ने प्रदर्शनी में बेकार पड़ी चीजों से फूलदान की सज्जा, शीशे की सज्जा एवं रंगोली के विभिन्न डिजाइनों को प्रस्तुत करके यह संदेश दिया कि व्यक्ति में कला है, तो कोई चीज बेकार नहीं है। वह बेकार वस्तु ही घर की शोभा में चार चांद लगा देती है। गुजराती, मराठी, नृत्य व दक्षिणी भारत की संस्कृति को प्रदर्शित किया गया। इसके अतिरिक्त छात्राओं ने बाल विकास के लिए शिक्षा से सम्बन्धित उपकरणों का प्रस्तुतीकरण किया गया। जिसके माध्यम से नैतिक मूल्यों की महत्ता पर प्रकाश डाला जो कि बच्चों के चरित्र निर्माण में मुख्य भूमिका निभाता है। साथ ही छात्राओं ने विकलांग बच्चों की शिक्षा एवं विकास को उन्नत बनाने के लिए कुछ अधिगम सम्बन्धी उपकरण बनाये। परिसर में लॉर्ड बुद्धा कालेज ऑफ फार्मेसी के छात्र छात्राओं द्वारा जांच शिविर लगाकर लोगों को स्वास्थ के प्रति जागरूक किया गया।
इससे पहले एस डी एम नानपारा ने प्रदर्शनी का शुभारम्भ फीता काट कर किया !इस अवसर पर एस डी एम नानपारा, सी ओ नानपारा, पूर्व प्रमुख हरीशचन्द्र उर्फ बंटू भईया, यशपाल उर्फ गोपी भईया, सुभाषचन्द्र जैन उर्फ अंकल जी, डॉ सनत कुमार शर्मा, मनीराम शर्मा, शेर सिंह कसौधन, संजय वर्मा, श्याम कुमार मिश्रा, रईस अहमद, प्राचार्या आशा बिस्ट ने छात्राओं की कार्यकुशलता की प्रशंसा की। प्रर्दशनी को सफल बनाने में स्कूल के शिक्षक पुनीत अग्रवाल, चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, चंद्र भानु मिश्र, दिनेश शर्मा, अरुण शर्मा व शिक्षिका रिद्धि पाठक, प्रिया अवस्थी, पूनम जयसवाल, पूजा, प्रतीक्षा तिवारी, सुषमा यादव, अनामिका पाठक, रेणु यादव व छात्राओं आदि का योगदान रहा।