July 8, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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जिले में धड़ल्ले से चल रहे हैं बिना मान्यता के विद्यालय

एक अभिभावक ने पत्र लिख बेसिक शिक्षा अधिकारी से की कार्यवाही की मांग

देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)l जनपद मुख्यालय सहित जिले भर में प्री-प्राइमरी, प्राइमरी एवं जूनियर हाई स्कूल तक के संचालित विद्यालयों की मान्यता के स्तर की जाँच करने एवं बिना मान्यता के अवैध रूप से संचालित विद्यालयों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए शहर के नेहरू नगर निवासी अभिभावक संजय कुमार विश्वकर्मा पुत्र स्व.सुबाषचंद्र विश्वकर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी, देवरिया को पत्र लिख कर अवगत कराया है कि वर्तमान में जनपद देवरिया में संचालित सभी विद्यालयों में शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के भविष्य निर्माण में भी अपनी अहम भूमिका निभाई जा रही हैl लेकिन कुछ विद्यालय ऐसे भी हैं जिनके पास न तो मान्यता है और न ही उनकी जांच मानक, शिक्षा प्रणाली आदि की कभी भी आपके के स्तर से नहीं की गई है।
उन्होंने लिखा है कि नर्सरी से 12वीं तक के स्कूलों में प्री-प्राइमरी, प्राइमरी और जूनियर स्तर की मान्यता आप के स्तर से प्रदान की जाती हैl नगर का निवासी होने के नाते मुख्यालय पर संचालित विद्यालय की कार्यप्रणाली, धनउगाही, अभिभावकों के साथ दुर्व्यवहार तथा बच्चों के भविष्य के साथ लगातार हो रहे खिलवाड़ के बारे में जानकर व्यथित हूं। बिना मान्यता संचालित या फर्जी टीसी का कारोबार करने वाले स्कूल एक स्तर तक मान्यता लेने के बाद तीनों स्तर की टीसी जारी कर विभाग को चुनौती दे रहे हैंl विद्यालयों यह फर्जी कार्य सक्षम पदाधिकारी की मिलीभगत से कर रहे हैं।
शहरी क्षेत्र में कई स्कूल हैं जो प्रभावी रूप से खण्ड शिक्षा अधिकारी के आशीर्वाद से फर्जी तरीके से चल रहे है। राघव नगर समेत शहर के अन्य इलाकों में ऐसे स्कूलों की भरमार है। यदि ये मान्यता प्राप्त विद्यालय हैं, तो उन्हें कई वर्षों से यू-डायस कोड क्यों आवंटित नहीं किया जा रहा है? उनके कागजात की जांच होनी चाहिएl विद्यालय के अभिलेखों में 30 वर्ष की पंजीकृत किरायेदारी की फर्जी प्रतिलिपि दिखाकर खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा मान्यता की संस्तुति/अनुमोदन हेतु रिपोर्ट लगा दी जा रही है।
जिले के बड़े विद्यालयों में शुमार नव जीवन मिशन स्कूल, उसके प्री-प्राइमरी, प्राइमरी एवं जूनियर का नाम, यू-डायस कोड पोर्टल/स्टूडेंट मॉड्यूल पोर्टल पर अंकित नहीं है। ऐसे सभी स्कूलों की मान्यता स्तर की जांच होनी चाहिए। इसी कड़ी में किड्जी/स्कॉलर, सेंट्रल एकेडमी, स्पार्क एकेडमी, वाइब्रेंट एकेडमी,10सीजीपीए, राघव नगर अल्फा एकेडमी (हनुमान मंदिर गीता शॉप के बगल में), द किड्स वैली एवं मां दयावती शिक्षा संस्थान सिंधी मिल कालोनी देवरिया में संचालित की जा रही है।
यह संस्थान किस आधार पर टीसी जारी कर रहे है। उन्होंने लिखा है कि सरकार की मंशा का सम्मान करें और जो मानक विहीन, मान्यता हीन विद्यालय इसमें बाधा उत्पन्न कर फर्जीवाड़ा कर रहे हैंl अतः उपरोक्त तथ्यों को गम्भीरता से संज्ञान लेते हुए तत्काल बिना मान्यता के संचालित स्कूलों पर अंकुश लगाने की प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें।